हिंदी दिवस कवि सम्मेलन

Lucknow
  • हिंदी दिवस कवि सम्मेलन

मुंबई। मुंबई स्थित इसकान्स सभागृह में हिंदी दिवस के उपलक्ष में लाइंस इंटरनेशनल जिला 31318 ए 3 के प्रांतीय अध्यक्ष लायन्स अजय हवेलिया एवं जिला हिंदी अध्यक्ष एवं जिला प्रशासन लाइन्स विनोद अग्रवाल के नेतृत्व में संपन्न हुआ। इस कवि सम्मेलन में गर्वित के अध्यक्ष विपुल लखनवी के संयोजन में प्रसिद्ध व्यंगकार आशकरण अटल, पैरोडीकार प्रकाश बबलू, गीतकार डॉक्टर रजनीकांत मिश्रा एवं कवि संचालक विपुल लखनवी ने काव्य पाठ के द्वारा उपस्थित जन समुदाय में हर्षोल्लाह एवं आनंद की उमंगें और तरंगें पैदा की।

कवियों के विषय में लाइन्स रेनू अरोड़ा ने बहुत सुंदर तरीके से प्रस्तुति की एवं कवियों का सम्मान कराया। डॉ. रेखा देसाई ने कवियों से व्यक्तिगत भेंट की एवं अपने ट्रस्ट द्वारा कार्यक्रम कराने की इच्छा व्यक्ति की।

कवि सम्मेलन का आरंभ संचालक विपुल लखनवी ने गणपति को याद करते हुए सभी गुणों के साथ सभी गणों को विशेष टिप्पणियों द्वारा प्रणाम किया। साथ में हिंदी दिवस पर कुछ छंद प्रस्तुत किये और जन समुदाय को बताया कि हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है बल्कि यह भारत सरकार की राजभाषा है। जब तक सभी राज्य इसको स्वीकार नहीं करेंगे यह राष्ट्रभाषा नहीं बनेगी।
डा. रजनीकांत मिश्र ने मां सरस्वती की आराधना की एवं विभिन्न प्रकार की टिप्पणियों के माध्यम से गीत के द्वारा आज के नेताओं के विषय में समझाया। द्वितीय स्थान पर पैरौडीकार प्रकाश पपलू ने अलग तरीके से श्रोताओं को हंसाया। देश के वरिष्ठ कवि आशकरण अटल ने व्यंग्य के माध्यम से लोगों को गुदगुदाया और सोचने पर मजबूर किया। अंत में विपुल लखनवी ने किसी भी साहित्य में किसी भी भाषा में लिखी जानेवाली पहली रचना जिसको की पद्म विभूषण स्वर्गीय कवि गोपालदास नीरज जी ने विशेष रूप से सराहा था। उसकी प्रस्तुति की और युवाओं से अपील की कि वह वरिष्ठ मां-बाप सास ससुर को अपने साथ रखें जिससे उनका बच्चा बेबी सिटिंग में अनाथों की तरीके से न पले। बेबी सिटिंग में रहने वाला बच्चा मां-बाप से क्या कहना चाहता है। “मम्मी पापा बांग्ला ले लो खूब कमा लो चांदी सोना। मेरा बचपन तुमने छीना दिन बीते मेरा खाली सूना”। यह गीत प्रस्तुत कर जन समुदाय की आंखों में पानी ला दिया।

कार्यक्रम समाप्त होने के पूर्व विपुल लखनवी ने अपनी पुस्तक “विपुल के 51 बाल गीत” लाइन्स विनोद अग्रवाल लाइन्स अजय हवेलिया लाइन्स सरस्वती संकर एवं लाइन्स मनोज बाबर को भेंट की तथा यह निवेदन किया कि अपने नाती पोतों को हिंदी में भारत के वीरों के विषय में कविताएं याद कराएं और अंग्रेजी की चंद कविताएं जिनमें झूठ बोलना सिखाया जाता है उनको न पढ़ाएं।

कार्यक्रम का शुभारंभ जिला गवर्नर अजय हवेलिया के संयोजन संचालन में लायंस क्लब के विभिन्न कार्यक्रमों से आरंभ हुआ। इस कार्यक्रम में लाइंस विजय हवेलिया लाइंस अतुल गोयल लाइंस भावना कोडियल सहित कई पदाधिकारियों ने विशेष सहयोग दिया। बाद में सभी ने सुमधुर शाकाहारी भोजन का आनंद लिया।

ज्ञात हो गर्वित के अध्यक्ष विपुल लखनवी अपने कवि सम्मेलन में अथवा सनातन व्याख्यान में कोई भी पारिश्रमिक नहीं लेते हैं लेकिन उस धनराशि को अपने ट्रस्ट के लिए सहर्ष स्वीकार कर लेते हैं।