सुबह-शाम मरीज देखता था डॉक्टर, पर्ची पर दिख गई ऐसी बात, देखते ही बेहोश हुए पेशेंट

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(www.arya-tv.com) दुनिया में डॉक्टर्स को भगवान का रुप कहा जाता है. इसकी एक ख़ास वजह है. जिस तरह से भगवान इंसान को इस दुनिया में भेजता है, उसी तरह इस दुनिया में डॉक्टर्स हर बीमारी से इंसान को बचाकर रखता है. चाहे कितनी भी बड़ी बीमारी क्यों ना हो, डॉक्टर्स अपने पेशेंट को भरोसा दिलाकर रखता है कि सब ठीक हो जाएगा. डॉक्टर्स की पोस्ट काफी जिम्मेदारी भरी भी मानी जाती है. लेकिन कई बार ऐसे झोलाछाप डॉक्टर्स भी सामने आते हैं, जो इस पोस्ट का मजाक बना देते हैं.

सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के हरदोई में प्रैक्टिस कर रहे ऐसे ही झोलाछाप डॉक्टर की पर्ची वायरल हो रही है. ये डॉक्टर कई सालों से मरीजों को देख रहा था. उसने अपना क्लिनिक भी खोल रखा था. किसी को इस बात की जानकारी नहीं होती कि जिससे वो इलाज करवा रहे हैं, उसे असल में डॉक्टरी का कोई ज्ञान है ही नहीं. इस बात का खुलासा डॉक्टर की पर्ची पर दी गई जानकारी से हो गया. पर्चे को 2012 में प्रिंट करवाया गया था, जो एक बार फिर से वायरल हो रहा है.

ले रखी थी एम ए की डिग्री
वायरल होता ये प्रिस्क्रिप्शन श्रीवास्तव क्लिनिक का है. इसमें क्लिनिक का एड्रेस जाहिदपुर, हरदोई लिखा है. मामला पुराना बताया जा रहा है. इस क्लिनिक में दो डॉक्टर्स प्रैक्टिस करते थे. एक डॉ दिनेश श्रीवास्तव, जो बीएएमएस कर फिजिशियन और सर्जन बन गया था. और दूसरे ने तो पॉलिटिकल साइंस में एमए करने के बाद अपने नाम के आगे डॉ लगा लिया था. ये दोनों फर्जी डिग्री लेकर आराम से प्रैक्टिस कर रहे थे. हालांकि, जब मामले का खुलासा हुआ तब डॉ दिनेश श्रीवास्तव ने बताया था कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि उनके नाम से हरदोई में कोई क्लिनिक है.

देते थे कॉमन दवाइयां
वायरल प्रिस्क्रिप्शन में डॉ साहब द्वारा लिखी दवाई भी देखी जा सकती है. दिखाने आए मरीज को डॉक्टर ने पैरासिटामोल और बिकासुल प्रिस्क्राइब किया था. ये दोनों ही दवाइयां आमतौर पर छोटी-मोटी समस्या होने पर घर में ही खा लिया जाता है. इन दवाइयों के बदले डॉक्टर्स फीस वसूला करते थे. जैसे ही ये प्रिस्क्रिप्शन सोशल मीडिया पर शेयर किया गया, ये वायरल हो गया. लोगों ने कमेंट में इन डॉक्टर्स को सीधे यमराज के पास जाने वाला दरवाजा बताया. वहीं कई ने लिखा कि आखिर कोई बीएएमएस कर सर्जन और फिजिशियन कैसे बन सकता है?