19 साल से नहीं मनाई..हमारे ल‍िए आज होली, मुख्‍तार की मौत पर कृष्‍णानंद की पत्‍नी बोलीं, ‘बाबा का आशीर्वाद’

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(www.arya-tv.com)  कुख्यात गैंगस्टर मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की मौत पर लोगों के मिलेजुले रिएक्शन सामने आ रहे हैं। मुख्तार अंसारी की मौत पर कुछ लोग शोक जता रहे हैं, तो कई लोग खुशी से झूमते नजर आ रहे हैं। इस फेहरिस्त में एक नाम पूर्व बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी अल्का राय का भी शामिल है। मुख्तार अंसारी पर कृष्णानंद राय की हत्या का आरोप था। ऐसे में मुख्तार की मौत पर अल्का राय ने भी खुशी जाहिर की है।

19 साल से नहीं खेली होली

मुख्तार अंसारी की मौत पर कृष्णानंद राय की पत्नी अल्का राय ने भी चुप्पी तोड़ी है। मीडिया से बातचीत के दौरान अल्का राय ने कहा कि, यह सब बाबा का आशीर्वाद है। मैं हमेशा बाबा के दरबार में न्याय की गुहार लगाती थी और आज जाकर मुझे न्याय मिला है। होली के पर्व का जिक्र करते हुए अल्का राय ने बताया कि पति की मौत के बाद से उन्होंने कभी होली नहीं खेली है। उन्होंने कहा हम लोग इस घटना (कृष्णानंद राय की मौत) के बाद होली का त्योहार नहीं मना पाते थे। लेकिन आज हमको लग रहा है कि हमारे लिए होली का ही दिन है।

कैसे हुई थी कृष्णानंद राय की हत्या?

बता दें कि बीजेपी नेता कृष्णानंद राय से मुख्तार अंसारी की दुश्मनी का सिलसिला 2002 में शुरू हुआ था। इसी साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए। गाजीपुर को मुख्तार अंसारी का गढ़ कहा जाता था। मुख्तार का भाई लंबे समय तक यहां से विधायक रह चुका था। मगर 2002 के चुनाव में बीजेपी नेता कृष्णानंद राय ने मोहम्मदाबाद सीट से जीत हासिल कर ली। कृष्णानंद की जीत मुख्तार को इतनी अखरी कि 2005 में बीजेपी नेता के काफिले पर 500 राउंड की गोलियां बरसाई गईं, जिसमें कृष्णानंद सहित 7 लोगों की मौत हो गई। इस घटना से बाद से ही मुख्तार जेल में बंद था।

मुख्तार की मौत

उत्तर प्रदेश के मऊ से पांच बार विधायक रहा मुख्तार अंसारी कृष्णानंद राय की हत्या के बाद से जेल में था। मुख्तार पर 65 केस दर्ज थे। वहीं पिछले 6 महीनें में 8 केस के फैसले आ चुके थे। 13 मार्च 2024 को अदालत में मुख्तार अंसारी को उम्रकैद की सजा सुनाई। मगर 28 मार्च की रात यूपी की बांदा जेल में बंद मुख्तार की तबीयत अचानक से बिगड़ गई। मुख्तार को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। मुख्तार की मौत की वजह दिल का दौरा पड़ना बताया जा रहा है। हालांकि परिवार का आरोप है कि मुख्तार को हर रोज खाने में थोड़ा-थोड़ा जहर दिया जाता था। मुख्तार की मौत के साथ यूपी में माफिया राज का भी खात्मा हो चुका है।