अरुणाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल माता प्रसाद का SGPGI में निधन, राजनीति में सादगी के लिए थे मशहूर

Lucknow

(www.arya-tv.com) अरुणाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल माता प्रसाद का मंगलवार देर रात लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। राजनीति में सादगी के पर्याय, वरिष्ठ राजनेता, साहित्यकार जौनपुर के गौरव बाबू माता प्रसाद का लखनऊ स्थित संजय गांधी स्नातकोत्तर संस्थान (SGPGI) में इलाज चल रहा था। 96 साल के माता प्रसाद काफी समय से बीमार थे। माता प्रसाद के असिस्टेंट डॉक्टर एसपी भास्कर ने प्रदेश के राज्यपाल को पत्र लिखकर इसकी सूचना दी और अंतिम संस्कार दोपहर 2:30 बजे होने की जानकारी दी है।

पांच बार विधायक रहे ,1988 में बनाए गए थे मंत्री
राजनीति में बाबू जगजीवन राम को अपना आदर्श मानने वाले माता प्रसाद शाहगंज (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर 1957 से 1974 तक लगातार पांच बार विधायक रहे। 1980 से 1992 तक उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य रहे।

एनडी तिवारी के कार्यकाल में रहे राजस्व मंत्री
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने इन्हें अपने मंत्रिमंडल में 1988 से 89 तक राजस्व मंत्री बनाया था। वहीं केंद्र की नरसिंह राव सरकार ने 21 अक्टूबर 1993 को इन्हें अरुणाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया और 31 मई 1999 तक यह राज्यपाल रहे। राज्यपाल पद पर रहते हुए उनको तत्कालीन गृह मंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने पद छोड़ने को कहा तो उन्होंने दरकिनार कर दिया था।

पूर्व राज्यपाल एक साहित्यकार के रूप में भी जाने जाते रहे हैं। उन्होंने एक दर्जन से ज्यादा किताबें लिखी हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं ने पूर्व राज्यपाल माता प्रसाद के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है।