बिहार में बाढ़ का प्रकोप और बढ़ा, 14 जिलों में 114 प्रखंडों की 60 लाख आबादी बाढ़ प्रभावित

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(www.arya-tv.com) बाढ़ का प्रकोप निरंतर बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में राज्य की 16 नए पंचायतों में बाढ़ का पानी घूस गया है। इस तरह अब राज्य के 14 जिलों के 114 प्रखंडों के 1098 पंचायतों की 59 लाख 70 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं।

आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्रडु ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 31 टीमें बाढ़ प्रभावितों के बचाव और राहत कार्य में लगाई गई है। विभिन्न जिलों में 1365 सामदायिक किचेन चलाए जा रहे हैं, जहां से प्रतिदिन साढ़े नौ लाख से अधिक लोगों को भोजन कराया जा रहा है। वहीं 17 राहत केंद्र अभी चल रहे हैं, जहां पर 18 हजार लोग रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ से कारण अभी तक राज्य में 19 लोगों की मृत्यु हुई है। इनमें दरभंगा के सात, मुजफ्फरपुर के छह, पश्चिम चंपारण के दो और सवान के दो लोग शामिल हैं। वहीं 20 पशुओं की भी मृत्यु बाढ़ से हुई है।

तिरहुत नहर के पूर्वी तटबंध के टूटने से कई पंचायतें चपेट में
मुजफ्फरपुर के मुरौल में तिरहुत नहर का बांध टूटने के बाद बूढ़ी गंडक के जलस्तर में कमी आई है, लेकिन तिरहुत नहर से निकलने वाले पानी ने दर्जनों पंचायतों को अपनी चपेट में ले दिया है। तिरहुत नहर के पूर्वी तटबंध के टूटने से नहर का पानी सकरा प्रखंड की कई पंचायतों में घुस चुका है। अब बाढ़ का पानी दोनमा बाझी व वैशाली के पातेपुर की ओर बढ़ रहा है, जहां के बाद यह गंगा में मिल जाएगा। वहीं, तिरहुत नहर के पश्चिमी तटबंध के टूटने के बाद नहर का पानी महमदपुर बदल होते हुए मुशहरी में प्रवेश कर रहा है।

दरभंगा में चौथी बार महाराजी बांध टूटने से आसपास के ग्रामीण दहशत में
उधर, बाया नदी के ओवरटॉप करने के बाद बाया का पानी पारू, साहेबगंज व सरैया प्रखंड में तेजी से फैलता जा रहा है। पानी सरैया होते हुए एनएच 722 की ओर बढ़ने लगा है। बागमती, लखनदेई व मनुषमारा के स्थिर होने से जिले के औराई, कटरा व गायघाट के पंचायतों में फैले पानी के स्तर में कमी आने लगी है। हालांकि, लोगों को अपने घर लौटने में अभी काफी समय लगेगा। वहीं, पड़ोसी जिले दरभंगा के केवटी में मंगलवार को चौथी बार महाराजी बांध टूटने से लोग दहशत में आ गए हैं। एक ही गांव में चौथी बार बांध टूटने के बाद पानी तेजी से गांव में फैलने लगा है। पानी का फैलाव आसपास के तीन गांव के अलावा बगल के शीशो पंचायत में भी हो गया है। बागमती के तटबंध में रिसाव जारी रहने के कारण दरभंगा शहर के किलाघाट, बाजितपुर, शिवाजीनगर सहित कई मोहल्लों में बाढ़ का पानी कम नहीं हो रहा है। सिरसिया में तटबंध से रिसाव के कारण हायाघाट, बहेड़ी व कुशेश्वर स्थान पर संकट बरकरार है।

मोतिहारी में गंडक व बूढ़ी गंडक का जलस्तर स्थिर 
दरभंगा में बागमती के जलस्तर में पांचवें दिन एक सेमी. की कमी दर्ज की गई है। फिर भी यह खतरे के निशान से ऊपर है। जिले में अधवारा व कमला नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है। मोतिहारी में गंडक व बूढ़ी गंडक का जलस्तर स्थिर रहने के कारण बाढ़ की स्थिति में सुधार आया है। गंडक बराज से मंगलवार को 1.64 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।