Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में सुरक्षा व कोरोना प्रोटोकॉल की सख्ती, प्रमुख चेहरे अपने घर से देखेंगे कार्यक्रम

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(www.arya-tv.com) अयोध्या में राम मंदिर के लिए गर्भ गृह पर भूमि पूजन और कार्यारंभ के लिए बुधवार को होने वाले कार्यक्रम में सुरक्षा के साथ कोरोना प्रोटोकाल को लेकर सख्ती बरती जा रही है। इस पर दिल्ली से भी पूरी नजर रखी जा रही है। इसके चलते कई उम्र दराज प्रमुख नेता मुख्य कार्यक्रम से दूर रहेंगे। ये सभी अपने घर से कार्यक्रम देखेंगे। कुछ नेताओं ने तो खुद को भी दूर कर लिया है। इनमें अधिकांश नाम वे हैं जो 1990 व 1992 के दिनों में प्रमुख भूमिका में थे। अथितियों की सूची भी छोटी हुई है।

अयोध्या को सुरक्षा मानकों से रेड जोन में तब्दील कर दिया गया है। जो लोग वहां पहुंच रहे हैं उनकी आवाजाही भी सीमित की गई है। कार्यक्रम पर कोरोना का असर भी साफ दिखाई दे रहा है और आमंत्रित अतिथियों की सूची को भी छोटा किया गया है। पहले 200 लोगों को आमंत्रित करने की बात कही गई थी, लेकिन अब इसे 175 पर सीमित कर दिया गया है। इनमें 135 तो संत महात्मा ही है अन्य केवल 40 लोगों को ही आमंत्रित किया गया है। जिनमें मंदिर आंदोलन के प्रमुख चेहरे अशोक सिंघल के परिवार जन भी शामिल हैं।

भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, डॉ मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, विनय कटियार, उमा भारती भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। यह सभी अयोध्या आंदोलन के संघर्ष के मुख्य चेहरे हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल में साठ साल से ज्यादा उम्र के लोगों को ऐसी भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने और यात्रा करने से मनाही की गई है। ऐसे में 90 साल से ज्यादा उम्र के आडवाणी और लगभग 87 साल के हो चुके डॉ जोशी नहीं आ रहे हैं तो यह उचित ही है।

कुछ नेताओं ने तो खुद को भी कार्यक्रम से दूर कर लिया है। उमा भारती अयोध्या तो पहुंची हैं लेकिन वे कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी। विनय कटियार ने भी घर से ही कार्यक्रम को देखने की बात कही है। विहिप के एक प्रमुख नेता ने कहा है कि कोरोना को देखते हुए अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ रही है। केवल लोगों की उपस्थिति कम की गई है। बाकी विधि विधान पूरी तरह शास्त्रोक्त रीति व भव्यता के साथ किये जा रहे हैं।