प्रयागराज में 24 घंटे में मिले कोरोना के पांच संक्रमित

Health /Sanitation Prayagraj Zone

(www.arya-tv.com) प्रयागराज में एक बार फिर कोरोना वायरस अपना पांव पसार रहा है। कई दिनों से आंखें तरेर रहे कोरोना संक्रमण ने पिछले 24 घंटे में झटका दिया। कोविड जांच में पांच लोग संक्रमित मिले हैं। अप्रैल में पुन: शुरू हुई संक्रमण की लहर में यह अब तक की सर्वाधिक संख्या है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने पहले से इलाज करा रहे पांच लोगों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज भी किया।

प्रयागराज जिले में इस समय कोरोना वायरस के 22 सक्रिय केस हैं। यानी इतने लोगों में कोरोना का संक्रमण अभी है। कोरोना से संक्रमित होने का सिलसिला लगातार चल रहा है। न तो लापरवाही से लोग मान रहे हैं और न ही संक्रमण थम रहा है। डाक्‍टरों की सलाह है कि मास्‍क जरूर पहनें।

कोरोना सैंपलिंग प्रभारी और एसीएमओ डा. एके तिवारी ने बताया कि गुरुवार को 6342 लोगों की कोविड जांच कराई गई है। प्रत्येक दिन लोगों का संक्रमित होना भविष्य में किसी खतरे का इशारा भी है। इसलिए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।

कोरोना संक्रमण के खतरे को लेकर सरकारी चेतावनी और सतर्क रहने की सलाह बेअसर है। सार्वजनिक स्थलों, शादी समारोह, अनाज और सब्जी मंडियों के अलावा बाजार व अस्पतालों तक मास्क से परहेज है। कोविड टीके से हार्ड इम्युनिटी का लोगों का अति आत्मविश्वास कहीं दगा न दे जाए इसका भी डर कुछ डाक्टरों की चर्चा के बीच है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना से सतर्क रहने की गंभीर अपील की है, फिर भी लोगों की बेफिक्री नजर आ रही है। कोरोना के रोज मिल रहे संक्रमित इसी का नतीजा भी हैं। कोरोना संक्रमण का दायरा बढऩे, चौथी लहर भी आने की सुगबुगाहट है। अनेक राज्यों में संक्रमण बढ़ रहा है। खबरिया चैनल अपनी प्रमुख खबरों में एक बार फिर कोरोना के बढ़ते मामलों को शामिल करने लगे हैं तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी अपील की है कि सभी को सतर्क रहने की जरूरत है।

सार्वजनिक स्थलों पर भीड़, दुकानों, शापिंग माल में बिना मास्क के बेफिक्र घूमते लोग, स्कूलों में छात्र छात्राएं भी बिना मास्क और स्वयं पुलिस कर्मी, डाक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ बिना मास्क के रहे। नाक-मुंह से मास्क इसलिए भी उतर गए हैं क्योंकि कोरोना फरवरी के बाद सुस्त पड़ गया था और अधिकांश लोग कोविड टीके की डबल डोज लगवा चुके हैं। जबकि वरिष्ठ डाक्टर कहते हैं कि खतरा बना हुआ है। किसी गंभीर बीमारी या जीवन पर्यंत दवा खाने की विवशता वाले लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है उनसे कोरोना एक दूसरे में फैल सकता है। इसलिए निश्चित रहने की बजाए लोग अपना बचाव करें तो बेहतर होगा।

मुख्य चिकित्साधिकारी डा. नानक सरन कहते हैं कि शासन के निर्देश हैं अस्पतालों में कोविड विशेषज्ञ चिकित्सा स्टाफ सक्रिय रखे जाएं। सार्वजनिक स्थानों पर भी लोगों को बिलकुल उसी तरह से बचाव करते रहना चाहिए, जैसे पहले मास्क लगाकर, शारीरिक दूरी बनाकर कोरोना को परास्त किया था।