मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में गोरखपुर लगातार विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है. अब पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र को नई दिशा देने के लिए यहां उत्तर प्रदेश का पहला स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (SIHM) तैयार हो रहा है. यह संस्थान गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) क्षेत्र में 48.39 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा है. इसका निर्माण कार्य 85 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है. आगामी सितंबर 2025 तक इसका काम पूरा हो जाएगा. अगले शैक्षिक सत्र से यहां होटल और टूरिज्म मैनेजमेंट से जुड़े डिप्लोमा और डिग्री कोर्स शुरू हो जाएंगे.
यह संस्थान प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग का प्रोजेक्ट है, जिसका निर्माण सी एंड डीएस यूनिट-14 करवा रही है. निर्माण कार्य 26 सितंबर 2023 को शुरू हुआ था. अब तक 35 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि खर्च की जा चुकी है. संस्थान में प्रशासनिक भवन, क्लास रूम, आधुनिक किचन, कॉमन हॉल, अंडरग्राउंड पार्किंग, फायर सेफ्टी सिस्टम और पाइपलाइन जैसी सभी आधुनिक सुविधाएं विकसित की जा रही हैं.
हॉस्पिटैलिटी और टूरिज्म के क्षेत्र में भी नई पहचान
पर्यटन उप निदेशक रविंद्र कुमार मिश्रा के अनुसार, ग्लोबल हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की मांग को देखते हुए कोर्स तैयार किए जा रहे हैं. यह संस्थान पूर्वांचल के युवाओं के लिए रोजगारपरक शिक्षा का बड़ा विकल्प बनेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सोच के अनुसार, गोरखपुर को अब हॉस्पिटैलिटी और टूरिज्म के क्षेत्र में भी नई पहचान मिल रही है.
बीते कुछ वर्षों में गोरखपुर में कई बड़े होटल, रेस्टोरेंट्स और रिट्रीट खुल चुके हैं. रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, रामगढ़ ताल जैसे प्रमुख टूरिस्ट डेस्टिनेशन की बदौलत यह शहर अब पर्यटन का उभरता केंद्र बन गया है. ऐसे में हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में कुशल प्रोफेशनल्स की जरूरत को देखते हुए यह संस्थान एक अहम भूमिका निभाएगा.
दूसरे चरण में बनेगा छात्रावास
इस संस्थान के दूसरे चरण में लड़के और लड़कियों के लिए हॉस्टल बनाए जाएंगे. इसके लिए करीब 46.81 करोड़ रुपये की परियोजना प्रस्तावित है और ई-टेंडर प्रक्रिया चल रही है. हॉस्टल निर्माण के बाद यह संस्थान प्रदेश के अन्य जिलों से आने वाले छात्रों के लिए भी सुविधाजनक होगा.
गौरतलब है कि देश के विभिन्न हिस्सों में होटल मैनेजमेंट संस्थानों की मदद से हजारों युवा आज विदेशों में अच्छी नौकरियां कर रहे हैं. अब गोरखपुर के युवाओं को भी ऐसी ही उच्च गुणवत्ता की शिक्षा स्थानीय स्तर पर मिल सकेगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर गोरखपुर अब सिर्फ शिक्षा और स्वास्थ्य का केंद्र नहीं, बल्कि हॉस्पिटैलिटी और टूरिज्म का भी प्रमुख केंद्र बनने की दिशा में बढ़ चला है.