जीत के बाद भी कई प्रधानों को शपथ के लिए करना होगा इंतजार,जानिए क्यों

Gorakhpur Zone

गोरखपुर (www.arya-tv.com) त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव धीरे-धीरे जोर पकड़ता जा रहा है। नामांकन पत्र दाखिल होने के बाद प्रत्याशियों ने प्रचार तेज कर दिया है। पर नामांकन की स्थिति को देखकर यह आशंका जतायी जा रही है कि जिले में करीब 100 ग्राम पंचायतों में जीत दर्ज करने के बाद भी प्रधान शपथ नहीं ले सकेंगे। इसके पीछे कारण ग्राम पंचायत सदस्यों की कम संख्या है। इस बार ग्राम पंचायत सदस्यों के लिए पद के मुकाबले कम पर्चे दाखिल किए गए हैं। ग्राम पंचायत के गठन के लिए दो तिहाई सदस्य होने चाहिए।

करीब 100 ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत सदस्यों की संख्या पूरी होने की उम्मीद नहीं

गारेखपुर में ग्राम पंचायत सदस्य के 16372 पद हैं और नामांकन पत्र दाखिल हुए हैं 16076। इनमें कई प्रत्याशियों ने एक से अधिक नामांकन पत्र भी दाखिल किया है। आमतौर पर ग्राम पंचायतों में 11 से लेकर 15 पद सदस्यों के हैं। ऐसे में ग्राम पंचायत सदस्य पूरे नहीं हुए तो ग्राम पंचायत का गठन भी नहीं हो पाएगा। ऐसी स्थिति हुई तो सदस्य पद के लिए उपचुनाव कराना होगा। यह उपचुनाव छह महीने के भीतर होगा। आमतौर पर ग्राम प्रधान ही उपचुनाव में अपने विश्वास पात्र लोगों को सदस्य पद पर उपचुनाव लड़वाते हैं।

महत्वपूर्ण होते हैं सदस्य

ग्राम पंचायत के काम में सदस्यों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। वे किसी भी प्रस्ताव से असहमति जता सकते हैं। पर, आमतौर पर अधिकतर सदस्य प्रधान के कामकाज में हस्तक्षेप नहीं करते।

ग्राम पंचायतों में सदस्यों की दो तिहाई संख्या होनी चाहिए। इसके बिना गठन नहीं हो पाता। यदि किसी गांव में यह स्थिति आयी तो जीत दर्ज करने के बाद भी प्रत्याशी प्रधान पद की शपथ नहीं ले सकेगा। इसके लिए उपचुनाव कराना होगा।