(www.arya-tv.com) एंटरेप्रेन्योशिप शिक्षा, अनुसंधान, प्रशिक्षण एवं संस्थान निर्माण में प्रख्यात राष्ट्रीय संस्थान एंटरेप्रेन्योरशिप डेवलपमेन्ट इंस्टीट्यूट आॅफ इंडिया (ईडीआईआई) अब तक 1730 छात्रों को उद्यमिता के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रशिक्षित कर चुका है।
यह उल्लेख करते हुए अच्छा लगता है कि इनमें से 78 फीसदी छात्र सफल उद्यमी और सामाजिक बदलावकर्ता लीडर बन चुके हैं। शेष छात्र या तो काॅर्पोरेट सेक्टर में या अकादमिक क्षेत्र में अपना करियर बना रहे हैं या आगे पढ़ाई कर रहे हैं।
ईडीआईआई उद्यमिता शिक्षा के लिए प्राथमिक संस्थान है। इसके प्रमुख प्रोग्रामों में शामिल हैंः पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेन्ट- एंटरेप्रेन्योरशिप – एआईसीटीई अनुमोदित, 2-साल, एनबीए और एआईयू द्वारा मान्यता प्राप्त पीजीडीएम इन इनोवेशन, एंटरेप्रेन्योरशिप एवं वेंचर डेवलपमेन्ट – एआईसीटीई अनुमोदित, 2 साल
दो साल के अंत में छात्र बैंकेबल प्रोजेक्ट रिपोर्ट के लिए तैयार होेते हैं। ईडीआईआई उनके द्वारा पहचाने गए कारोबारों के अवसरों के लिए ज़रूरी सहयोग प्रदान करता है, उनके पास इसके लिए ठोस बैंकेबल कारोबार योजना है। वे छात्र जो परिवार के कारोबार प्रबन्धन की तैयारी करते हैं वे पांच साल की संभावी विकास योजना के लिए तैयार होते हैं।
इस अवसर पर डाॅ अमित कुमार द्विवेदी, फैकल्टी, ईडीआईआई एवं इन-चार्ज, ईडीआईआई लखनऊ रीजल आॅफिस ने कहा, ‘‘कोविड-19 के मौजूदा संकट का असर दुनिया भर के कई कारोबारों पर पड़ा है।
उद्यमिता को आज सबसे तेज़ी से विकसित होता क्षेत्र माना जाता है जो आत्मनिर्भरता हासिल करने में महत्वपूर्ण है। इसी संदर्भ में ईडीआईआई ने पिछले सालों के दौरान 1700 उद्यमियों को प्रशिक्षित किया है जो स्थायित्व और इनोवेशन का प्रदर्शन करते हुए आज के बदलते दौर की ज़रूरतों को पूरा कर रहे हैं।
पीजीडीएम-ईआईवी एक ऐसा पाठ्यक्रम है जो आज के वैश्वीकरण और तकनीकी विकास दौर में फिट बैठता है जबकि उद्यमिता आर्थिक विकास को बढ़ावा देने वाला मुख्य कारक बन गई है। स्थायी विकास तथा आधुनिक तकनीकी विचारों का बढ़ावा देना इसका मुख्य उद्देश्य है।
इस अवसर पर चंचल कुमार सिंह, परियोजना अधिकारी, ईडीआईआई लखनऊ, ने कहा, ‘‘हम उद्यमियों के निर्माण के द्वारा देश को विकास के पथ पर अग्रसर करना चाहते हैं। जैसा कि हमने कोविड-19 संकट के दौरान देखा, कारोबारों पर बहुत बुरा असर पड़ा। हालांकि यह देखकर खुशी होती है कि ईडीअईआई द्वारा प्रशिक्षित उद्यमी इस संकट से उबरने के लिए तेयार थे।
पीजीडीएम-ई स्थायी उद्यमिता बिज़नेस माॅडल को सुनिश्चित करता है। पीजीडीएम-ईआईवी एक ऐसा पाठ्यक्रम है जो आज के दौर में तकनीकी विकास और वैश्वीकरण के मद्देनज़र फिट बैठता है जबकि इनोवेशन और उद्यमिता आर्थिक विकास को बढ़ावा देने वाले मुख्य कारक बन चुके हैं। यह पाठ्यक्रम अपने आधुनिक तकनीकी बिज़नेस आइडियाज़ के साथ स्थायी विकास को सुनिश्चित करता है।’’
ईडीआईआई का पाठ्यक्रम प्रक्रियाओं के ज्ञान, औपचारिकता, कानूनी पहलुओं, बाज़ारों, कारोबार वातावरण के ज्ञान का संतुलित मिश्रण है; जो लोगों, धन, सामग्री एवं बाज़ार के प्रबन्धन का कौशल प्रदान करता है; छात्रों को जोखिम का मूल्यांकन करने, तुरंत फैसला लेने और अस्पष्टताओं का सफलतापूर्वक सामना करने के लिए सक्षम बनाता है।
इसके लिए छात्रों को साॅफ्ट स्किल प्रदान किए जाते हैं जैसे संचार, वार्ता, नेटवर्किंग, लीडरशिप और अन्त-व्यक्तिगत सम्बंधों में कौशल प्रदान कर उन्हें तैयार किया जाता है। इसीलिए ईडीआईआई के इन पाठ्यक्रमों का संयोजन सक्षम, प्रतिस्पर्धी और सफल उद्यमियों तथा आने वाले कल के लिए विश्वस्तरीय कारोबार लीडर्स तैयार करने में सक्षम है।
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