शाइन सिटी की सहयोगी कंपनियों पर ईडी की कार्रवाई:यूपी के 7 जिलों में 31.24 करोड़ की संपत्ति की अटैच

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(www.arya-tv.com) यूपी, पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में 80 हजार की ठगी करने वाले शाइन सिटी कंपनी की संपत्ति ईडी ने अटैच कर दी है। ईडी ने रविवार को कार्रवाई करते हुए बताया कि यह संपत्तियां साइंस सिटी के सहयोगी कंपनियों के द्वारा शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, शाइन सिटी प्रोक्सिमा डेवेलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, शाइन सिटी शेपर्स प्राइवेट लिमिटेड, शाइन सिटी कंस्ट्रक्शंस प्राइवेट लिमिटेड की हैं।

ईडी ने यह कार्यवाही यूपी के सुल्तानपुर, झांसी, प्रतापगढ़, वाराणसी के पिंडरा, प्रयागराज के बारा और लखनऊ के बख्शी का तालाब इलाके की कुल 41.62 हेक्टेयर जमीन कुर्क की है।

निवेशकों से ठगी कर बनाई थी संपत्ति

इन संपत्तियों की कीमत 7.03 करोड़ रूपये आंकी गई थी। ईडी के मुताबिक शाइन सिटी ने ये संपत्तियां निवेशकों की रकम को ठगने के लिए लुभावनी योजनाओं का लालच देकर अर्जित की थी। कंपनी द्वारा निवेशकों को प्रोजेक्ट इंवेस्टमेंट प्लान, बायबैक स्कीम, बिड एंड हॉट डील, शाइन वी. क्वाइन और मल्टीलेवल माकेर्टिंग का झांसा दिया गया था। अब तक ईडी शाइन सिटी की 49.11 करोड़ की संपत्तियों को अटैच कर चुकी है। कंपनी ने यूपी के अलावा बिहार और पश्चिम बंगाल में भी बड़े पैमाने पर किसानों से एग्रीमेंट करके खरीदी थी। हालांकि वह निवेशकों को भूखंड देने में नाकाम साबित हुई। बाद में राशिद नसीद दुबई भाग गया जबकि यूपी पुलिस ने उसके भाई समेत पांच दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

ईडी ने 29 अक्टूबर को शाइन सिटी से जुड़ी कंपनियों के नाम जमीन के रूप में दर्ज 10.59 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त किया था। यह जमीनें फतेहपुर, रायबरेली, कानपुर, जालौन, गारेखपुर, मांडा (प्रयागराज) में हैं, जिनका कुल रकबा 31.88 हेक्टेयर है। ईडी शाइन सिटी के फरार एमडी राशिद नसीम, उसके भाई आसिफ नसीम, निदेशक अमिताभ श्रीवास्तव व उनकी पत्नी मीरा श्रीवास्तव के नाम दर्ज लखनऊ और वाराणसी की नौ रिहायशी संपत्तियों को भी अटैच कर चुकी है। इन रिहायशी संपत्तियों की अनुमानित कीमत 7.03 करोड़ रुपये है।

कई फर्मों पर खरीदी थी जमीन

शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के संचालकों ने लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, प्रयागराज, फतेहपुर, रायबरेली और जालौन समेत कई जिलों में अलग-अलग फर्मों पर जमीनें खरीदी थी।

जब्त की गई जमीनों में 10.59 करोड़, लगभग 71 हेक्टेयर से अधिक भूमि कृषि योग्य है। यह सभी जमीनें शाइन सिटी की अलग-अलग फर्मों के नाम पर खरीदी गई थी।ईडी ने शाइन सिटी के प्रबंध निदेशक राशिद नसीम, उसके भाई आसिफ नसीम, शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड के अमिताभ कुमार श्रीवास्तव और मीरा श्रीवास्तव के नाम पर लखनऊ वाराणसी में खरीदे गए फ्लैट समेत नौ रिहायशी संपत्ति भी जब्त की है। इनकी कीमत करीब 7 करोड़ से अधिक है।

80 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी के मिले सबूत

ED की जांच में अब तक 80.78 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी के सबूत मिले हैं। जांच एजेंसी ने अलग-अलग मुकदमों की पड़ताल की है, जिसमें राशिद और उनके सहयोगियों ने उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार, पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों में भी बड़ी संख्या में जमीनें खरीदी थी। इनमें किसानों से खरीद कर निवेशकों को प्लाटिंग के लिए योजनाओं का झांसा दिया गया था।

शाइन सिटी का CMD तीन साल से फरार

गृह विभाग ने 14 अक्टूबर को शाइन सिटी इंफ्रा कंपनी के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर (CMD) राशिद नसीम पर 5 लाख रुपए का इनाम घोषित है। कंपनी का CMD राशिद नसीम पिछले तीन साल से फरार है। उसके बारे में बताया जाता है कि वह दुबई में हीरा और होटल व्यवसाय से जुड़ा है। कंपनी का CMD राशिद नसीम का भाई प्रयागराज करौली निवासी एमडी आसिफ नसीम जेल में है। वहीं, वाराणसी में शाइन सिटी का कर्ता-धर्ता अमिताभ श्रीवास्तव था। अमिताभ और उसकी पत्नी मीरा श्रीवास्तव भी जेल में है।

दुबई से चला रहा ठगी का धंधा, ED ने भी दर्ज की FIR

राशिद नसीम ने शाइन सिटी नाम से रियल एस्टेट कंपनी खोली थी। उसने आम लोगों से करीब 60 हजार करोड़ रुपए ठगे। राशिद और उसके भाई आसिफ नसीम के खिलाफ यूपी के अलावा दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल, गुवाहाटी में भी केस दर्ज हैं। सिर्फ लखनऊ के गोमतीनगर थाने में ही 238 केस दर्ज हैं। प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने भी दोनों भाइयों समेत कंपनी के 6 अफसरों के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मुकदमा दर्ज किया है।

प्रयागराज से शुरू किया कारोबार

राशिद नसीम मूल रूप से प्रयागराज करेली के जीटीबी नगर का रहने वाला है। करीब 20 साल पहले वह मल्टीलेवल मार्केटिंग कंपनी स्पीक एशिया का मामूली एजेंट था। वहां से उसने ठगी सीखी। इसके बाद उसने लखनऊ के डालीबाग में ग्रैंड न्यू अपार्टमेंट में एक ऑफिस खोला।

एक इंच भी जमीन नहीं थी, मगर खेतों में लगाई होर्डिंग

जनवरी, 2013 में उसने शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से रियल एस्टेट कंपनी शुरू की। उसका ऑफिस गोमतीनगर के आर स्क्वायर मॉल में बनाया। राशिद के पास एक इंच भी जमीन नहीं थी। मगर, उसने लखनऊ के आसपास रियल एस्टेट प्रोजेक्ट के प्रचार के लिए खेतों में होर्डिंग लगाई।

किसानों को एक होर्डिंग लगाने के एवज में हर महीने 20 से 25 हजार रुपए किराया दिया। उस जमीन को उसने अपनी साइट बताकर लोगों को दिखा कर ठगी की।