डॉ. राजेश्वर सिंह ने रेलमंत्री को लिखा पत्र : लखनऊ कानपुर मार्ग पर मेमू ट्रेनों के फेरे बढ़ाए जाने की मांग की

Lucknow
  • शाहपुर मझिगवां में लगा डॉ. राजेश्वर सिंह का 89वां ‘आपका विधायक – आपके द्वार’ जन सुनवाई शिविर, सुनीं गईं ग्रामीणों की समस्याएँ
  • डॉ. राजेश्वर सिंह ने शाहपुर मझिगवां गाँव के 4 मेधावियों को साइकिल और घड़ी देकर किया सम्मानित
  • बेटियों के सशक्तिकरण का संकल्प : सरोजनीनगर विधायक ने शाहपुर मझिगवां में 41वें गर्ल्स यूथ क्लब का गठन कर प्रदान की स्पोर्ट्स किट
  • सनातन धर्म के अनुसार कर्मों का पालन नैतिक जीवन की आदर्श संहिता हैं – डॉ. राजेश्वर सिंह
  • अराजकता और कोलाहल में खोई दुनिया के लिए सनातन धर्म ज्ञान, शांति और संरक्षण का शाश्वत प्रतीक- डॉ. राजेश्वर सिंह

लखनऊ। सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह द्वारा आपका विधायक – आपके द्वार जनसुनवाई का आयोजन कर प्रति सप्ताह एक ग्राम पंचायत के ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान किया जाता है और उनसे मिलकर गाँव के विकास सम्बंधित सुझाव भी प्राप्त किये जाते हैं। इसी क्रम में रविवार को ग्राम पंचायत मखदूमपुर कैंथी, मजरा शाहपुर मझिगवां में 89वें आपका विधायक – आपके द्वार जनसुनवाई शिविर का आयोजन कर ग्रामीणों की समस्याएँ सुनीं गईं।

शिविर में विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह की पूरी टीम लैपटॉप, प्रिंटर और अन्य संसाधन लेकर ग्रामीणों के बीच पहुंची। इस दौरान विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह की टीम को ग्रामवासियों ने सड़क एवं नाली निर्माण, राशन कार्ड, वृद्धावस्था पेंशन, हैण्ड पंप, लाइट तथा प्रधानमंत्री आवास जैसी समस्याओं और सुझावों से अवगत कराया, साथ ही ‘गाँव की शान’ पहल के अंतर्गत इंटरमीडिएट परीक्षा में सर्वाधिक अंक पाने वाले मखदूमपुर कैंथी, मजरा शाहपुर मझिगवां के 2 मेधावियों आयुष साहू (80.6%) तथा अनामिका (77.8%) और हाईस्कूल परीक्षा में सर्वाधिक अंक पाने वाले 2 मेधावियों नित्या साहू (87.5%) व आदित्य (77.83%) को साइकिल, घड़ी एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

शाहपुर मझिगवां गाँव के वरिष्ठ नागरिक हीरालाल, राजाराम भारती, ग्राम प्रधान मनोज कुमार लोधी, सेक्टर संयोजक नवनीत वर्मा, नन्द किशोर तिवारी, महावीर, मेडी लाल, सुन्दर लाल, गंगादेई, राजरानी, सरजूदेई, कमला, माधुरी एवं उर्मिला को विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह की ओर से सम्मानित किया गया। साथ ही सरोजनीनगर की पहचान बन चुकी ताराशक्ति रसोई के माध्यम से उपस्थित लोगों को ताजा, पौष्टिक भोजन भी उपलब्ध कराया गया।

  • डॉ. राजेश्वर सिंह ने रेलमंत्री को लिखा पत्र : लखनऊ कानपुर मार्ग पर मेमू ट्रेनों के फेरे बढ़ाए जाने की मांग की

डॉ. राजेश्वर सिंह ने रविवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर लखनऊ – कानपुर मार्ग पर मेमू ट्रेनों के फेरों की संख्या बढाए जाने की मांग की। रेल मंत्री को लिखे गए पत्र में डॉ सिंह ने उल्लेख किया कि कोरोना काल से पहले तक कानपुर लखनऊ रेल मार्ग पर 14 अप और 14 डाउन मेमू ट्रेनों का संचालन किया जाता रहा है, लेकिन कोरोना काल के उपरान्त अब केवल 3 अप और 3 डाउन ट्रेनें संचालित हो रही हैं। इन ट्रेनों के माध्यम से विद्यार्थी, किसान मजदूर और दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी सर्वाधिक यात्रा करते हैं। ट्रेनों की कमी के कारण इन यात्रियों को असुविधा हो रही और उन पर आर्थिक बोझ भी पड़ता है।

  • अराजकता और कोलाहल में खोई दुनिया के लिए सनातन धर्म ज्ञान, शांति और संरक्षण का शाश्वत प्रतीक- डॉ. राजेश्वर सिंह

लखनऊ। सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने रविवार को ट्वीट कर दुनिया के लिए सनातन को धर्म ज्ञान, शांति और संरक्षण का शाश्वत प्रतीक बताया। डॉ. सिंह ने अपने आधिकारिक एक्स ( ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा अराजकता और कोलाहल में खोई दुनिया में, सनातन धर्म ज्ञान, शांति और संरक्षण के शाश्वत प्रतीक के रूप में स्थापित है। सनातन धर्म को शांति का शाश्वत किला बताते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह ने लिखा विगत 5,000 से अधिक वर्षों से, सनातन धर्म ने मानवता के मूल स्वरूप को संरक्षित करते हुए अहिंसा और वसुधैव कुटुंबकम का समर्थन किया है। वैश्विक स्तर पर 120 करोड़ से अधिक धर्मावलम्बियों के साथ, सनातन धर्म शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का सन्देश देती सबसे प्रभावशाली शक्ति है।

विधायक ने आगे लिखा सनातन संस्कृति वर्तमान परिपेक्ष्य में धर्म की परिभाषाओं से परे जीवन जीने का एक कालातीत तरीका है। सनातन धर्म केवल आस्था नहीं है – यह एक व्यापक जीवन शैली है। 1500-500 ईसा पूर्व के बीच रचित वेद और उपनिषद विज्ञान, दर्शन और आध्यात्मिकता में गहन अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं। ऋग्वेद में प्रकाश की गति का उल्लेख उसकी बेजोड़ वैज्ञानिक दूरदर्शिता को सिद्ध करता है। सनातन के अनुष्ठान ऐसे हैं जहां विज्ञान का साक्षात्कार अध्यात्म से होता है, यज्ञ अनुष्ठान न केवल आत्मा को आलोकित करते हैं, बल्कि वे ग्रह को भी लाभान्वित करते हैं। सनातन धर्म में बतलाये गए कर्म नैतिक जीवन संहिता हैं। सम्पूर्ण विश्व के लिए सनातन का योगदान ज्ञान के पथप्रदर्शक के रूप में है, सनातन संस्कृति वह विरासत है जो समय से परे है,सनातन धर्म के त्यौहार अरबों लोगों को एकजुट करते हैं। प्रकृति की पूजा में गहराई से निहित सनातन का पर्यावरणीय ज्ञान, सहस्राब्दियों तक पृथ्वी की रक्षा का सन्देश देता रहेगा। संघर्ष और संकट के समय में दुनिया को आशा प्रदान करते सनातन मूल्य सत्य, अहिंसा और शांति सामंजस्यपूर्ण भविष्य की कुंजी हैं।