डॉ. राजेश्वर सिंह ने 7 महीनों में की 30 सिलाई सेंटरों की स्थापना, 100 सेंटर स्थापित करने का लक्ष्य

Lucknow
  • सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह की अभिनव पहल, महिलाओं को रोजगार दिलाने के लिए स्थापित करवाये 30 तारा शक्ति केंद्र
  • मातृ शक्ति को सशक्त, सामर्थ्य व स्वावलंबी बना रहे डॉ राजेश्वर सिंह, सरोजनीनगर में किया 30वें तारा शक्ति केंद्र का शुभारंभ
  • रंग ला रहे डॉ. राजेश्वर सिंह के प्रयास, ‘तारा शक्ति केंद्र’ में मातृ शक्ति के हुनर को मिल रही पहचान
  • डॉ. राजेश्वर सिंह का संकल्प बना मातृ शक्ति स्वावलंबन का आधार, तारा शक्ति केंद्र में कार्य कर महिलाएं बन रहीं आत्मनिर्भर
  • डॉ. राजेश्वर सिंह ने 7 महीनों में की 30 सिलाई सेंटरों की स्थापना, 100 सेंटर स्थापित करने का लक्ष्य

लखनऊ। सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह मातृ शक्ति को सशक्त, आत्मनिर्भर व स्वावलंबी बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। उनके द्वारा लगातार माताओं-बहनों-बेटियों को कार्य करने के अवसर के साथ-साथ सुविधा और संसाधन भी उपलब्ध कराये जा रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को डॉ राजेश्वर सिंह ने सरोजनीनगर में सिलाई सेंटर का उद्घाटन कर मातृ शक्ति को समर्पित किया।

हिंदूखेड़ा में डॉ. राजेश्वर सिंह ने माता तारा सिंह की स्मृति में 30वें तारा शक्ति केंद्र फीता काटकर शुभारंभ किया। महिलाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सिलाई-कढ़ाई कला भी है और गुण भी। आज यह रोजगार का अवसर भी बन गया है। चुनाव के समय जब मैं जनता के बीच था तब माताओं-बेटियों ने मुझसे कहा था हमें कुछ करना है, तभी मैंने तभी संकल्प लिया था कि आप लोगों के लिए कुछ करना है। इसी संकल्प को पूरा करने के लिए मैं आपके बीच उपस्थित हूँ।

संबोधन में डॉ. सिंह ने बताया कि सरोजनीनगर में 7 महीने में 29 सिलाई सेंटर स्थापित हुए जिसमें 350 से अधिक मशीनें दी गई हैं। उन्होंने बताया कि देश की जीडीपी में कपड़ा उद्योग 2 प्रतिशत योगदान देती है, 10 करोड़ लोगों को रोजगार देती है, जो कृषि के बाद सर्वाधिक है। भारत में कपड़ा उद्योग की वर्तमान क्षमता 10 लाख करोड़ की है जिसे अगले 5 साल मे 20 लाख करोड़ तक बढ़ाया जा सकता है।

मातृ शक्ति सशक्तिकरण का उदहारण देते हुए उन्होंने तिरूप्पुर का ज़िक्र किया और बताया कि तमिलनाडु का यह छोटा सा शहर आज टेक्सटाइल सिटी कहलाता है। यहां 70 प्रतिशत महिला कर्मी कार्यरत हैं, इसमें विशेष बात यह है कि तिरूप्पुर देश का 90 % टेक्सटाइल और निट वियर निर्यात करता है। यहाँ 6 लाख लोगों को प्रत्यक्ष रूप से तथा 4 लाख लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त है।

डॉ राजेश्वर सिंह ने कहा कि मेरा सपना और लक्ष्य है सरोजनीनगर टेक्सटाइल हब बनाना। तारा शक्ति केंद्र सरोजनीनगर को एक ब्रांड की तरह स्थापित करना चाहता हूं ताकि माताओं-बहनों को कहीं जाने की जरुरत नहीं होगी तब बड़े-बड़े ब्रांड्स व डिज़ाइनर खुद आपके पास चलकर आएंगे, यही मेरा उद्देश्य है। मालूम हो कि न्यू टेक्सटाइल पालिसी के तहत यूपी में पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क को लेकर डॉ राजेश्वर सिंह ने कई पत्र लिखे थे, अब जल्द ही उनके प्रयास ज़मीन पर दिखाई देंगे। लखनऊ-हरदोई की सीमा पर बन रहे इस 1,000 एकड़ में टेक्सटाइल पार्क से 5 साल में 5 लाख रोजगार प्राप्त होगा।