दिल्ली के स्कूल अब खुलेंगे, त्योहरों के मौसम के बाद

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(www.arya-tv.com) दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने आज, 29 सितंबर 2021 को हुई एक बैठक में फैसला लिया है कि राजधानी के स्कूलों को जूनियर कक्षाओं के लिए आने वाले त्यौहारी सीजन के बाद ही खोला जाएगा। समाचार एजेंसी, पीटीआई के अपडेट के अनुसार, प्राधिकरण की आज हुई बैठक यह फैसला लिया गया।

दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में हुई डीडीएमए की बैठक में सम्मिलित हुए अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार राजधानी में कोविड-19 पर नियंत्रण की स्थिति ‘गुड’ है लेकिन सावधानी बनाए रखने की जरूरत है। बैठक में निर्णय लिया गया कि बची हुई कक्षाओं (मिडिल, जूनियर) के लिए दिवाली के बाद स्कूल खोले जाएंगे।

इससे पहले, राजधानी के सरकारी और निजी स्कूलों जूनियर कक्षाओं के छात्र-छात्राओं के लिए फिजिकल क्लासेस के फिर से आयोजन की तारीख को लेकर आज फैसला लिए जाने की उम्मीद की जा रही थी। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) द्वारा मिडिल क्लासेस (6वीं से 8वीं) और जूनियर क्लासेस (नर्सरी से 5वीं) तक के स्टूडेंट्स के लिए दिल्ली स्कूल रिओपेनिंग 2021 को लेकर आज, 29 सितंबर 2021 होने वाली एक अहम बैठक में निर्णय लिया जा सकता है। बता दें कि दिल्ली के स्कूलों को मिडिल एवं जूनियर क्लासेस के लिए फिर से खोले जाने को लेकर डीडीएमए द्वारा फिलहाल 30 सितंबर 2021 तक रोक लगाई गई है।

बता दें कि डीडीएमए द्वारा दिल्ली के सरकारी एवं प्राइवेट स्कूलों में सीनियर कक्षाओं (9वीं से 12वीं) के छात्रों के लिए स्कूलों को 1 सितंबर से खोलने और मिडिल कक्षाओं पर 8 सितंबर से खोले जाने की सिफारिश की गयी थी। साथ ही, जूनियर कक्षाओं के लिए हालात का मूल्यांकन के बाद फैसला लिया जाना था।

इसके बाद, सीनियर कक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन 6वीं से 8वीं कक्षाओं के लिए फिजिकल क्लासेस पर रोक 8 सितंबर के बाद भी जारी रही। उधर दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने स्कूलों को जूनियर कक्षाओं के लिए खोलने पर कहा था कि सीनियर क्लासेस के स्टूडेंट्स पर महमारी के सम्बन्ध में किसी प्रकार के प्रभावों की और स्थिति के मूल्यांकन के बाद ही जूनियर कक्षाओं पर फैसला लिया जाएगा।

ICMR एक्सपर्ट्स का राय – चरणों में खोलें स्कूल

दूसरी तरफ, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के विशेषज्ञों ने कहा है कि, समाचार एजेंसी पीटीआई के एक अपडेट के अनुसार, सभी स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से और कोविड-19 महामारी से सम्बन्धित सभी सावधानियों के साथ खोला जाना चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार प्राइमरी सेक्शन को पहले खोला जा सकता है। इन विशेषज्ञों ने यूनेस्को की एक रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है कि भारत में 500 से अधिक दिनों से स्कूल बंद होने से 320 मिलियन से अधिक बच्चे प्रभावित हुए हैं।