(www.arya-tv.com)जर्मनी में कोरोना वायरस से हालात खराब होते जा रहे हैं। यहां फिर से 14 दिनों के सख्त लॉकडाउन लगाने की तैयारी शुरू हो गई है। जर्मन स्वास्थ्य मंत्री जेंस स्पैन ने कहा कि कोरोना को कंट्रोल करने के लिए देश में 10 से 14 दिनों का लॉकडाउन जरूरी है। हम इस पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। पिछले साल भी इसी समय हमने देशवासियों को घर में रहने की सलाह दी थी। इस बार भी कुछ ऐसी ही स्थिति बन रही है।
इस बीच, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल के चीफ ऑफ स्टाफ ने भी देश में कोरोना के हालात को लेकर चिंता जताई है। हेल्ग ब्रौन ने कहा कि हम इस समय सबसे खतरनाक फेज से गुजर रहे हैं। हमें अगले कुछ हफ्तों में कोरोना पर काबू पाना होगा।
नया म्यूटेशन नई चुनौतियां खड़ी करेगा
ब्रौन ने कहा, ‘अगले कुछ हफ्ते यह निर्धारित करेंगे कि क्या हम महामारी पर नियंत्रण पा सकते हैं या नहीं? अगर संक्रमण ऐसे ही बढ़ता रहा, तो कोरोना के नए स्ट्रेन का खतरा भी बढ़ जाएगा और शायद इससे वैक्सीन के प्रभाव पर भी असर पड़ेगा। अगर ऐसा हुआ, तो हमें नई वैक्सीन की जरूरत होगी और हमें वैक्सीनेशन प्रोग्राम फिर से शुरू करना होगा।’
ब्राजील में हालात खराब
ब्राजील में हालात दिन-पर-दिन बिगड़ते जा रहे हैं। यहां बीते दिन कोरोना के 83,039 मामले सामने आए। इस दौरान 3368 की मौत भी हुई। यह लगातार दूसरा दिन है जब यहां 3000 से ज्यादा लोगों की जान गई है। इससे पहले शनिवार को 3600 लोगों ने कोरोना की वजह से जान गंवाई थी। ब्राजील दुनिया दूसरा सबसे संक्रमित देश है। अमेरिका पहले और भारत तीसरे नंबर पर है।
हेल्थकेयर वर्कर्स पर कार्रवाई की तैयारी में इटली
इटली सरकार उन हेल्थकेयर वर्कर्स के खिलाफ एक्शन लेने की तैयारी में है, जिन्होंने कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन में हिस्सा लेने से मना कर दिया था। प्रधानमंत्री मारियो ड्राघी ने बताया कि हम नहीं चाहते कि जिन वर्कर्स को वैक्सीन नहीं लगी है, वे बीमार लोगों के संपर्क में आएं। ऐसे में जिन हेल्थकेयर वर्कर्स ने वैक्सीन लेने से इनकार कर दिया है, उन्हें वैक्सीन लगवानी होगी, वरना हम कड़ा कदम उठाने के लिए मजबूर होंगे।