योगी सरकार की टेंशन बढ़ाने वाला है कांग्रेस का ये ऐलान, सपा, बसपा का भी मिल चुका है साथ

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(www.arya-tv.com) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने शुक्रवार को घोषणा पत्र जारी किया. इस घोषणा पत्र में एक ऐसा मुद्दा उठाया गया है जो यूपी में भारतीय जनता पार्टी नीत योगी सरकार की टेंशन बढ़ा सकती है. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र को न्याय पत्र का नाम देते हुए पांच न्याय और 25 गांरटियों का ऐलान किया है.

कांग्रेस ने अपने  48 पन्ने के घोषणा पत्र में पेपर लीक का मुद्दा प्रमुखता से उठाया है. बीते कुछ महीनों में यूपी में पेपर लीक को लेकर योगी सरकार घिर चुकी है. RO/ARO पेपर से लेकर पुलिस भर्ती तक की परीक्षाएं लीक हो गईं थीं. उसके बाद कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने योगी सरकार को घेरा था.

अब इसी मुद्दे का कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में जिक्र किया है. कांग्रेस ने कहा है कि पेपर लीक के मामलों में फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन किया जाएगा और पीड़ितों को मुआवजा मिलेगा.

राहुल ने किया था पोस्ट
इससे पहले 5 मार्च को राहुल गांधी ने यह मुद्दा उठाया था. राहुल ने लिखा था- पेपर लीक उत्तर प्रदेश ही नहीं, देश भर के युवाओं के लिए अभिशाप बन गया है. पिछले 7 वर्षों में ही 70 से अधिक पेपर लीक के मामलों ने 2 करोड़ से अधिक छात्रों का सपना तोड़ा है. इससे न सिर्फ भविष्य निर्माण के कीमती वर्ष बर्बाद हो रहे हैं बल्कि उनके परिवारों पर भी आर्थिक और मानसिक बोझ पड़ रहा है. लापरवाह सरकार, भ्रष्ट अधिकारी, नकल माफिया और निजी प्रिंटिंग प्रेसों के आपराधिक गठजोड़ को खत्म कर हर स्तर पर जवाबदेही सुनिश्चित करने की ज़रूरत है.

कांग्रेस नेता ने लिखा था- जब मैंने छात्रों से बातचीत की तो उन्होंने मुझे बताया कि पेपर लीक की तीन मुख्य वजह हैं. बिका हुआ सरकारी तंत्र, निजी प्रिंटिंग प्रेस और भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुके अधीनस्थ सेवा चयन आयोग. सभी से मिले सुझावों को मिला कर कांग्रेस युवाओं की भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए एक ठोस और फूलप्रूफ प्लान तैयार कर रही है, और बहुत जल्द हम आपके सामने अपना विज़न रखेंगे. हम छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे! युवाओं का भविष्य INDIA की प्राथमिकता है.

मायावती ने किया था ये दावा
इसके अलावा बसपा चीफ मायावती ने भी यह मुद्दा उठाया था. उन्होंने लिखा था- यूपी में पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने से सम्बन्धित परीक्षा का रद्द होना अति-गंभीर एवं चिन्तनीय. इससे राज्य व सरकार की बड़ी बदनामी के साथ ही युवाओं व बेरोजगारों का भविष्य खराब होकर उनका जीवन दाव पर लग जाता है. यूपी आखिर कब पेपर लीक मुक्त प्रदेश होगा? सरकार इस ओर ध्यान दे.

अखिलेश ने लगाए थे गंभीर आरोप
इसी मुद्दे पर सपा नेता अखिलेश यादव ने सरकार से सवाल किए थे. सपा नेता ने लिखा था- भाजपा सरकार के शासनकाल में जिस तरह से प्रतियोगी परीक्षाओं से लेकर यूपी बोर्ड तक के पेपर लगातार लीक हो रहे हैं, उससे उप्र के युवाओं और बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो गया है. अब युवा ही नहीं बल्कि जो बच्चे पहली बार वोट डालेंगे उनके बीच भी भाजपा की छवि पूरी तरह धूमिल हो चुकी है और उनके माता-पिता के बीच भी.

अखिलेश ने लिखा था- भाजपा दरअसल परिवारवालों की विरोधी है. परिवारवाले किस तरह त्याग करके अपने बच्चों को पढ़ाते हैं और किस प्रकार पेपर लीक से बच्चों में मनो-मानसिक हताशा होती है, उसका दर्द परिवार विरोधी भाजपा कभी नहीं जान  सकती है.

सपा नेता ने आरोप लगाया था कि अन्य प्रदेशों में एडमिशन या प्रवेश परीक्षाओं की तारीख़ें उप्र में पेपर लीक होने की वजह से नहीं बदलेंगी, तो क्या हमारे प्रदेश के 12वीं के बच्चे इस मौके को खोकर अपने जीवन के सबसे ऊर्जावान सालों में से एक साल खो देंगे.  बच्चों के माता-पिता निराश होकर भाजपा सरकार से पूछ रहे हैं कि इस बात की गारंटी कौन लेगा कि दुबारा परीक्षा होने पर फिर से पेपर आउट नहीं होगा.

सब मिलकर भाजपा को सबक़ सिखाना चाहते हैं- अखिलेश
उन्होंने कहा था कि साथ ही छात्रों का कहना है कि ये तो वो विषय हैं जिनके बारे में ख़बर फैल गयी है, ऐसा भी तो हो सकता है कि अन्य विषयों के साथ ऐसा हुआ हो या होनेवाला हो जिसकी ख़बर किसी को नहीं है.

पूर्व सीएम ने लिखा था- भाजपा सरकार या तो नकारात्मक राजनीति के चक्कर में देश-प्रदेश की सुध नहीं ले पा रही है या किसी साँठगाँठ के कारण लेना नहीं चाहती है. भाजपा शुरू से ही शिक्षा और नौकरी के प्रति नकारात्मक है क्योंकि वो नहीं चाहती कि पढ़-लिखकर लोग जाग्रत हों और भाजपा की तर्कहीन राजनीति पर सवाल उठाएं.

उन्होंने कहा था कि सच तो ये है कि इस बार लोकसभा चुनाव में पहली बार के वोटर छात्र-छात्राएं, नौकरी के लिए हताश हो चुके पढ़े-लिखे युवक-युवतियाँ बिना किसी बहकावे-भटकावे के भाजपा को हराने के लिए वोट करेंगे. इस बार छात्र, बेरोज़गार युवा व उनके माता-पिता, भाई-बहन और घर के बड़े, सब मिलकर भाजपा को सबक़ सिखाना चाहते हैं, बुरी तरह हराना चाहते हैं.

सीएम ने कहा था – नहीं होंने देंगे खिलवाड़
पेपर लीक के मुद्दे पर सीएम योगी ने बड़ा ऐलान किया था. सीएम ने कहा था ‘परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता. युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं जाएंगे. ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी तय है.’

बता दें RO/ARO और सिपाही भर्ती मामले में अभी तक कई आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं और STF द्वारा जांच जारी है.