काशी विश्वनाथ मंदिर में तस्वीर मामला फिर गरमाया, कांग्रेस बोली- ‘BJP विधायक की फोटो पर राहुल गांधी की नहीं?’

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(www.arya-tv.com) राहुल गांधी 17 फरवरी को भारत जोड़ो न्याय यात्रा लेकर वाराणसी पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में भी दर्शन पूजन किया था. कांग्रेस पार्टी द्वारा उस दिन से ही लगातार आरोप लगाया जा रहा है कि मंदिर प्रशासन द्वारा जानबूझकर राहुल गांधी का फोटो नहीं दिया गया. यह विवाद अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है. कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है.

कांग्रेस ने देवरिया के विधायक शलभ मणि त्रिपाठी का फोटो दिखाते हुए सवाल पूछा गया कि आखिर में जब भाजपा नेताओं की फोटो गर्भगृह से सामने आ रही है तो चार बार से सांसद रहे और हमारे पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की तस्वीर क्यों नहीं दी गई. कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचने वाले मामले को लेकर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा गया कि हमारी पार्टी के सबसे बड़े नेता और चार बार सांसद रहे राहुल गांधी के साथ मंदिर परिसर में अधिकारियों द्वारा दुर्व्यवहार किया गया.

कांग्रेस ने लगाए दुर्व्यवहार के आरोप
कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा, 17 फरवरी को राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के साथ वाराणसी में थे. इस दौरान उन्होंने बाबा काशी विश्वनाथ के चरणों में हाजिरी लगाई. बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर गए जहां उनके साथ अधिकारियों द्वारा गलत व्यवहार किया गया, साथ ही गर्भगृह की फोटो भी नहीं दी गई. भगवान काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में भाजपा शासन के दबाव में अधिकारियों द्वारा किए गए राहुल गांधी के दुर्व्यवहार के दोषी मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा और शंभू शरण शर्मा के खिलाफ लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर दोनों अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि ये पूरी तरीके से तानाशाही रवैया है. प्रशासन द्वारा जानबूझकर और ठीक उसी समय हमारे कैमरे की अनुमति निरस्त कर दी गई और कहा गया की मंदिर का पीआरओ फोटो खींचकर साझा कर देगा. लेकिन, भाजपा सरकार के दबाव के कारण 4 घंटे तक कोई फोटो नहीं दी गई और बाहर मंदिर परिसर की दी गई. इसके अलावा उन्होंने देवरिया विधायक शलभ मणि त्रिपाठी का फोटो साझा करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं की तस्वीर कैसे आ गई जबकि हमारे नेता के कैमरामैन की अनुमति को निरस्त कर दिया गया.

कांग्रेस नेताओं ने मंदिर प्रशासन से यह भी अपील करते हुए कहा कि इस बार महाशिवरात्रि पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे. ऐसे में मंदिर परिसर में काशी वासियों के लिए सुगम दर्शन की व्यवस्था हो. इसके लिए काशी के रहने वालों की आधार कार्ड से पहचान करके उन्हें दर्शन की अनुमति प्रदान की जाए.