वाराणसी (www.arya-tv.com) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रविवार को संचारी रोग अभियान और राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि उत्तर प्रदेश में हर जगह पर आसानी से सभी को चिकित्सा सेवा उपलब्ध होगी। दूरगामी क्षेत्रों में टेलीमेडिसिन प्रक्रिया पर काम हो रहा है।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दिमागी बुखार के कारण पूर्वी उत्तर प्रदेश में हर साल हजारो लोग संक्रमित होते थे और सैकड़ो मौतें होती थीं लेकिन 40-45 वर्षों तक किसी ने इसका हालचाल नहीं लिया। प्रदेश के जिन 38 जिलों में दिमागी बुखार के मामले आते थे, हम उसे पूरी तरह नियंत्रित करने की तरफ बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी यह तैयारी गमयों व बरसात की बीमारियों से बचाव के लिए जागरूकता का मौका दे रहा है। हम कई बीमारियों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 से हर रविवार प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मुख्यमंत्री आरोग्य मेला का आयोजन शुरू हुआ था। कोरोना महामारी से पहले सिर्फ छह-सात मेला हो पाए थे। उस समय तक 30 लाख से अधिक लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। आज मुख्यमंत्री आरोग्य मेला के दिन आरंभ हो रहे संचारी रोग अभियान के लिए मैं आप सबका हृदय से स्वागत और अभिनंदन करता हूं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुकम्पा से आज देश में दो वैक्सीन आई हैं। कल से यह वैक्सीन सभी सरकारी के साथ प्राइवेट हॉस्पिटल में भी उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि लगभग 10 महीने तक कोरोना वायरस संक्रमण से जूझते हुए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में इस लड़ाई को आगे बढ़ाते हुए देश के साथ-साथ उत्तर प्रदेश ने भी कोरोना को मात दी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आज कोरोना वायरस संक्रमण न्यूनतम स्तर पर है।
इसके बाद सीएम ने आरोग्य मेले का भी निरीक्षण किया। संचारी रोगों व दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण एवं इनका त्वरित व सही उपचार सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस क्रम में विगत तीन वर्षों की तरह इस वर्ष भी संचारी रोगों की रोकथाम के लएि व्यापक अभियान चलाया जाएगा। दिमागी बुखार पर नियंत्रण के लिए एक से 31 मार्च तक संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम चलेगा, वहीं 10 मार्च से 24 मार्च तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा।
इसके तहत संचारी रोग जैसे डेंगू, मलेरिया व दिमागी बुखार से बचाव, व्यक्तिगत तथा पर्यावरण स्वच्छता आदि के साथ ही कोरोना संक्रमण के नियंत्रण आदि के बारे में लोगों को जागरूक किया जायेगा। इसमें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास, पंचायती राज, पशुपालन विभाग, बाल सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, शिक्षा विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, उद्यान विभाग दिव्यांग जन कल्याण विभाग, सूचना विभाग कृषि एवं सिंचाई विभाग सहित अन्य विभाग समन्वय बनाकर कार्य करेंगे। दस्तक अभियान में आशा और आगंनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को डेंगू, चिकनगुनिया, जेई, एईएस आदि संचारी रोगों के प्रति जागरूक करेंगी।
वहीं वाराणसी को छोडकर प्रदेश के 25 जिलों में संचारी रोग नियंत्रण अभियान के साथ ही राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान भी चलाया जाएगा, जसिके तहत किशोर एवं किशोरियों को एल्बेंडाजोल टैबलेट व आयरन की गोलियों का वितरण किया जाएगा। सीएम योगी ने इस कार्यक्रम का भी उद्घाटन किया।