“60 से ज्यादा उम्र की महिलाएं कर सकेंगी मुफ्त बस-यात्रा”:योगी बोले- चुनाव में वादा किया था

# ## Lucknow

(www.arya-tv.com)  यूपी में 60 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं के लिए अच्छी खबर है। योगी सरकार जल्द ही रोडवेज बसों में सीनियर सिटीजन महिलाओं का सफर फ्री करने जा रही है। बुधवार को सीएम योगी ने कहा, “चुनाव के वक्त हमने 60 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को बस में फ्री सफर का वादा किया था। जल्द हम यह वादा पूरा करने जा रहे हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “रक्षाबंधन पर भी रोडवेज बसों में महिलाएं फ्री सफर कर सकेंगी।” परिवहन विभाग ने बुधवार रात 12 बजे से शुक्रवार रात 12 बजे तक यानी दो दिन रोडवेज बसों में महिलाओं के लिए फ्री यात्रा का सर्कुलर जारी कर दिया है।”

योगी ने बुधवार को सरकारी आवास से प्रदेश के 7 बस अड्‌डों का ऑनलाइन इनॉगरेशन किया। यह बस अड्‌डे अलीगंज, एटा, गाजीपुर, मथुरा के नौझील, मुरादाबाद के कांठ, बाराबंकी के हैदरगढ़, जयसिंहपुरा और मथुरा सिग्नेचर ग्रीन सिटी में बने हैं। इसी दौरान सीएम ने यह बात कही।

इसके अलावा, यूपी रोडवेज के बेड़े में 150 नई डीजल बसें शामिल की गईं। ये BS-6 इंजन पर हैं।

अब यूपी में बनेंगे वर्ल्ड क्लास बस स्टेशन
सीएम ने कहा,”नई 150 बसें देने का रक्षाबंधन से अच्छा मौका नहीं हो सकता है। हर जिले में 2-2 नई बसें भेजी जा रही हैं। हम बस अड्डों को हाई क्लास बस स्टेशन में बदल रहे हैं। दूसरे राज्यों से यूपी में आने वालों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलनी चाहिए। गांव-गांव तक रोडवेज की बसें पहुंचनी चाहिए। भारत के एयरपोर्ट वर्ल्ड क्लास बन सकते हैं। तो हम अपने बस स्टेशन को बेहतर क्यों नही कर सकते। इस दिशा में परिवहन निगम को काम करना होगा।”

3 ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, फिरोजाबाद में सारथी हॉल तैयार
सीएम ने कहा,”यूपी में 3 ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट अलीगढ़, बरेली और झांसी में खुल रहे हैं। ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक बरेली में बनकर तैयार हो चुका है। फिरोजाबाद में सारथी हॉल का भी उद्घाटन किया गया है।”

कुंभ में खरीदी बसें, कोविड काल में काम आईं
सीएम योगी ने कहा,” यूपी परिवहन निगम का लंबा इतिहास है। इसको प्रोफेशनल तरीके से बढ़ाने की जरूरत है। हमने 2019 के कुंभ में श्रद्धालुओं की सेवा के लिए बसों को खरीदा था। इन्हीं बसों कोविड काल में भी इस्तेमाल किया गया।

1 करोड़ से ज्यादा श्रमिकों को घर तक लाने में बसें ही काम आईं। 40 लाख कामगार अकेले उत्तर प्रदेश के थे। 30 लाख बिहार के श्रमिक थे। इसके अतिरिक्त, झारखंड, बंगाल, उड़ीसा, असम, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड राज्यों तक उन लोगों को पहुंचाया गया।