मुख्यमंत्री ने दो दिवसीय ‘स्मार्ट ग्राम पंचायत राष्ट्रीय कार्यशाला’ का शुभारम्भ किया

Lucknow
  • बृजेश कुमार मिश्रा उर्फ पंडित जी
(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  के आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमें इसकी नींव को आत्मनिर्भर बनाना पड़ेगा। भारत की आत्मा गांवों में निवास करती है। उत्तर प्रदेश सरकार महात्मा गांधी के आत्मनिर्भर गांव के स्वप्न को साकार करने की दिशा में अनेक प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री   इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित दो दिवसीय ‘स्मार्ट ग्राम पंचायत राष्ट्रीय कार्यशाला’ का शुभारम्भ कर रहे थे। ज्ञातव्य है कि इस कार्यशाला में देश के 20 राज्यों के पंचायत प्रतिनिधि एवं अधिकारी/कर्मी, प्रदेश के विभिन्न ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान एवं अधिकारी प्रतिभाग कर रहे हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री  ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। 
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने देश के सामने एक महत्वपूर्ण विषय ‘स्मार्ट ग्राम पंचायतों में ग्रामीण समुदाय का सशक्तीकरण: कोई पीछे न छूटे’ रखा है। समग्र विकास की अवधारणा को प्रस्तुत करने वाला यह विषय देश के सामने है। राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करने वाली सरकारी व गैर सरकारी क्षेत्र की संस्थाएं, जिन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में कुछ नया किया है, वे सभी इस दिशा में कार्य कर रही हैं।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि देश में लगभग ढाई लाख ग्राम पंचायतें हैं। जिनमें से 58 हजार से अधिक उत्तर प्रदेश में हैं। देश की ग्राम पंचायतों में लगभग 23 प्रतिशत उत्तर प्रदेश में हैं। ग्राम पंचायतों की भूमिका प्रधानमंत्री जी के विजन को आगे बढ़ाने में सहायक है। प्रधानमंत्री जी ने देश की अर्थव्यवस्था को 05 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के रूप में बनाने का संकल्प लिया है। 
मुख्यमंत्री  ने कहा कि तकनीक के उपयोग से ग्राम पंचायतों के आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने के साथ ही, उन्हें स्मार्ट बनाया जा सकता है। ग्राम पंचायतों में हाईस्पीड इण्टरनेट और वाई-फाई की सुविधा से जी0डी0पी0 में 01 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोत्तरी होगी। प्रदेश का 32 से 33 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्र इण्टरनेट व वाई-फाई की सुविधा से युक्त है। 
मुख्यमंत्री  ने कहा कि जनपद गोरखपुर में कल उनके द्वारा टेलीमेडिसिन के लिए हेल्थ ए0टी0एम0 का शुभारम्भ किया गया। इसके माध्यम से एक ही स्थान पर 55 प्रकार की जांच की सुविधा का लाभ व्यक्ति उठा सकते हैं। हेल्थ ए0टी0एम0 के द्वारा टेलीकंसल्टेशन के माध्यम से देश के किसी कोने में बैठे डॉक्टर से प्रेसक्रिप्शन लेकर दवाएं ले सकते हैं। तकनीक के माध्यम से अब घर बैठे या गांव में ही यह सुविधा प्राप्त हो सकती है। प्रदेश में इस दिशा में सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को हेल्थ ए0टी0एम0 से जोड़ा जा रहा है। 
मुख्यमंत्री  ने कहा कि अब तक प्रदेश की 58 हजार ग्राम पंचायतों में से 24 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय बन चुके हैं। सभी 58 हजार ग्राम पंचायतों में एक-एक पंचायत सहायक की तैनाती कम्प्यूटर सहायक के रूप में ग्राम प्रधान के सहयोग के लिए की गयी है। सभी ग्राम पंचायतों में बी0सी0 सखी की सुविधा दी जा रही है। अब तक 33 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में बी0सी0 सखी की नियुक्ति की जा चुकी है। 
मुख्यमंत्री  ने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में फ्री वाईफाई उपलब्ध कराये जाने की कार्यवाही युद्धस्तर पर चल रही है। आज उत्तर प्रदेश के गांव रात्रि में एल0ई0डी0 स्ट्रीट लाइट से जगमगा रहे हैं। ग्राम पंचायतों में अच्छी कनेक्टिविटी, सभी के पास आवास तथा प्रत्येक घर में शौचालय की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतें खुले में शौच से मुक्त हैं। 
मुख्यमंत्री  ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की महत्वाकांक्षी ‘हर घर नल योजना’ लागू हो रही है। इसे सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाने में ग्राम पंचायतें अपना योगदान दे सकती हैं। सभी गांवों को स्वयं इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। शुद्ध पेयजल आधी से अधिक बीमारी का स्वतः निदान कर देता है। वर्ष 2019 में झांसी में बलिनी दुग्ध संघ का गठन किया गया था। 
मुख्यमंत्री  ने कहा कि ग्राम पंचायतों में ऑनलाइन सेवा की बाधारहित उपलब्धता के लिए ग्राम पंचायतों को ऑनलाइन शिक्षा, टेलीमेडिसिन, ई-कॉमर्स जैसी सुविधाओं के साथ जोड़ने की कार्यवाही को आगे बढ़ाना चौथी अवधारणा है। उन्होंने कहा कि हमारे पास सभी संसाधन उपलब्ध हैं। थोड़े और प्रयास की आवश्यकता है। आज के कार्यक्रम में किये गये प्रस्तुतिकरण इसमें बड़ी भूमिका का निर्वहन कर सकते हैं।

इस अवसर पर पंचायतीराज सचिव भारत सरकार  सुनील कुमार एवं अपर सचिव  चन्द्रशेखर, उत्तर प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त तथा अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज  मनोज कुमार सिंह सहित भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार के अधिकारीगण तथा विभिन्न राज्यों से आये ग्राम प्रधान उपस्थित थे।