भारत के मुकाबले इतना पीछे है कनाडा, भारी पड़ सकती है दुश्मनी, होगा ये बड़ा नुकसान

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(www.arya-tv.com ) भारत और कनाडा के बीच विवाद बढ़ चुका है। इसका असर दोनों देशों के कारोबार पर पड़ता दिख रहा है। कनाडा को इसका सबसे ज्यादा असर होने वाला है। कनाडा की इकॉनमी की बात करें तो इसकी गाड़ी अमेरिका के भरोसे चलती है। लेकिन भारत के साथ भी कनाडा का बड़ा कारोबार है।

भारत के साथ कनाडा के कारोबार पर अब संकट के बादल मंडरा रहे हैं। अर्थव्यवस्था के मामले में कनाडा अभी भारत से पीछे है। भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था बना हुआ है। वैश्विक एजेंसियों ने भी इस बात को माना है।

भारत और कनाडा का विवाद बढ़ने से कारोबार से लेकर बाजार तक पर असर पड़ेगा। इस विवाद से कनाडा से आने वाले निवेश और निर्यात तो प्रभावित होंगे ही, आपकी थाली का बजट भी बिगड़ेगा। आइए आपको बताते हैं कनाडा और भारत के इस विवाद का क्या असर होगा।

भारत की बड़ी अर्थव्यवस्था

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की वर्ल्ड इकॉनमी रैंकिंग 2023 लिस्ट के मुताबिक, भारत 3.469 ट्रिलियन डॉलर जीडीपी के साथ पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। सरकार ने इसे तीसरे पायदान पर पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है। वहीं कनाडा इस लिस्ट में नौवें नंबर पर है।

कनाडा को होगा नुकसान

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय हर साल कनाडा की अर्थव्यवस्था में करीब 3 लाख करोड़ रुपये का योगदान देते हैं। अर्थशास्त्रियों को चिंता है कि कनाडा की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लग सकता है। यहां 20 लाख भारतीयों का इकॉनमी के हर सेक्टर में दबदबा है। सिर्फ भारत से कनाडा पढ़ने के लिए जाने वाले 2 लाख छात्रों की फीस से 75 हजार करोड़ रुपये का योगदान मिलता है।

निर्यात पर पड़ेगा असर

भारत के साथ किए गए निर्यात का डाटा देखें तो वित्त वर्ष 2022-23 में भारत ने कनाडा को 4.10 अरब डॉलर का सामना निर्यात किया था। वहीं कनाडा ने भारत को साल 2022-23 में 4.05 अरब डॉलर का सामना निर्यात किया था।

इन सेक्टरों में भारतीय आगे

भारत के रहने वाले लोग कनाडा के प्रॉपर्टी, आईटी और रिसर्च, ट्रैवेल और स्मॉल बिजनेस में सेक्टर में सबसे ज्यादा योगदान देते हैं। कनाडा में प्रॉपर्टी के मामले में सबसे ज्यादा भारतीय निवेश करते हैं। दूसरे नंबर पर चीन है। भारत के मूल निवासी यहां हर साल वैंकूवर, ग्रेटर टोरंटो, ब्रैम्पटन, मिसिसागा और ब्रिटीश कोलंबिया, ओंटारिया में 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश है।

कारोबार पर असर

कनाडा-भारत के बीच कारोबार पर असर पड़ सकता है। दोनों देशों के बीच साल 2023 में कारोबार 8 बिलियन डॉलर का कारोबार हुआ। अगर तनाव बढ़ा तो इसपर भी असर पड़ेगा और आयात-निर्यात प्रभावित होगा। भारत कनाडा से बड़ी मात्रा में मसूर दाल खरीदता है। अगर विवाद बढ़ा तो दालें महंगी हो जाएंगी। भारत का कुल मसूर आयात साल 2022-23 में 8.58 लाख टन रहा। भारत ने कनाडा से साल 2022-23 में 4.85 लाख टन मसूर का खरीदा।