‘पता नहीं क्यों मेरा मन आज घबरा रहा है…’, बच्चों को मौत के घाट उतारने से पहले बोला था साजिद

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(www.arya-tv.com)  बदायूं हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। मृतक बच्चों के पिता की तरफ से दर्ज करवाई गई एफआईआर में बताया गया है कि बच्चों को मौत के घाट उतारने के बाद उसने कहा था कि आज मैंने अपना काम पूरा कर लिया है। एफआईआर में यह भी बताया गया है कि साजिद बाइक से घर पहुंचा था और 5000 रुपये की मांग की थी।

‘बाइक से घर आया था साजिद’

पीड़ित विनोद कुमार ने एफआईआर में कहा कि मेरे घर के सामने नाई की दुकान है, जिसमें साजिद अपने भाई के साथ काम करता है। साजिद थाना अलापुर क्षेत्र के सखानूं थाना क्षेत्र का रहने वाला है। वह अपने भाई जावेद के साथ बाइक से घर आया था और मेरी पत्नी से 5000 रुपये मांगे। उस समय मेरे घर पर पत्नी संगीता, मेरी मां मुन्नी देवी और मेरे तीन बच्चे मौजूद थे।

‘साजिद ने मेरी पत्नी से मांगे 5000 रुपये’

विनोद कुमार ने बताया कि साजिद ने घर आकर मेरी पत्नी से बोला कि उसकी पत्नी की आज डिलीवरी होनी है। डॉक्टर ने रात 11 बजे तक का टाइम दिया है। इसलिए उसे 5000 रुपये की जरूरत है। इस पर मेरी पत्नी ने कहा कि अभी लाकर देती हूं। इसके बाद उसने मेरे बीच वाले लड़के से पुड़िया लाने को कहा।

‘आज मेरा मन घबरा रहा है’

एफआईआर में बताया गया कि साजिद ने मेरी पत्नी से बोला कि आज मेरा मन घबरा रहा है। थोड़ी देर छत पर घूम लेता हूं। वह मेरे छोटे लड़के को लेकर ऊपर चला गया। वहीं, मेरे बड़े लड़के से पानी लाने को कहा। साजिद, जावेद और मेरे दोनों बेटे छत पर चले गए।

साजिद और जावेद के हाथ में थी खून से सनी हुई छुरी

विनोद ने बताया कि जब मेरी पत्नी पैसे लेकर आई तो साजिद और जावेद जीने से उतर रहे थे। उनके हाथ में खून से सनी हुई छुरी थी। उन्होंने मेरी पत्नी से कहा कि आज मैंने अपना काम पूरा कर दिया है। उनके हाथ में छुरी देखकर मेरी पत्नी एकदम घबरा गई। वह चिल्लाने लगी। इस पर मोहल्ले के लोग आ गए। उन्होंने दोनों को पकड़ने की कोशिश की जावेद फरार हो गया। साजिद को भीड़ ने पकड़ लिया।

छत पर पड़े थे बच्चों के खून से लथपथ शव

एफआईआर में विनोद ने बताया कि जब मेरी पत्नी ऊपर छत पर गई तो वहां दोनों बच्चे खून से लथपथ पड़े हुए थे। उनकी मौत हो चुकी थी। जब मेरा लड़का पुड़िया लेकर आया तो जावेद ने उसे भी मारने की कोशिश की। उस पर छूरी से वार किया, जिससे उसके हाथ में गंभीर चोटें आई हैं।

‘साजिद और जावेद से मेरी कोई दुश्मनी नहीं थी’

पीड़ित ने बताया कि घटना के बाद काफी भीड़ इकट्ठा हो गई। भीड़ ने साजिद को पुलिस के हवाले कर दिया। लोगों में काफी आक्रोश था। उन्होंने बताया कि साजिद और जावेद से मेरी कोई दुश्मनी नहीं है। मुझे नहीं पता कि उन्होंने मेरे बच्चों की हत्या क्यों की।

हत्याकांड में जादू-टोने की आशंका

बता दें कि मामले में परिजनों ने जादू-टोने की बात होने की भी आशंका व्यक्त की। उन्होंने बताया कि साजिद ने बच्चों का खून भी पिया था। उसके हाथ में लोथड़े थे। बताया जाता है कि साजिद ने पुलिस पर फायरिंग की थी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया।