मीरजापुर।(www.arya-tv.com) विंध्याचल के शिवपुर रामगया घाट पर मंगलवार की सुबह नाव डूबने की घटना सामने आने के बाद जिला प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। आनन फानन हादसे के बाद स्थानीय मछुआरे अपनी अपनी नौका लेकर जान बचाने के लिए दौड़ पडे़े। वहीं हादसे के बाद जिला प्रशासन को भी सूचना दी गई तो प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। एनडीआरएफ के साथ ही पुलिस की टीम भी जाल सहित पहुंच गई।
हालांकि कुछ लोग तैर कर तो कुछ लोगों को अन्य की मदद से पानी कम होने की वजह से बचाने में सफलता मिली और लोग समय रहते बचा लिए गए।जबकि सुरक्षा कारणों से दोपहर बाद भी निगरानी की जाती रही। लोगों की संख्या जांचने के अलावा किसी अन्य के भी लापता होने की आशंका के बीच परिजनों से भी पूछताछ भी की गई।
स्थानीय लोगों के अनुसार नाव पर लगभग डेढ दर्जन लोग सवार थे, हादसे के बाद लोगों के लापता होने की प्रांभिक सूचना प्रशासन को प्राप्त हुई तो 18 से 20 लोगों के नाव पर बैठने की बात स्थानीय लोगों ने बतायी। इसके बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। नाव में सवार सभी स्थानीय महिलाएं और लड़कियां थींं जो नाव से गंगा के दूसरे छोर पर मटर तोड़ने जा रही थींं।
नाव नदी की धारा में पहुंचने के साथ ही जबतक लोगों को कुछ समझ आता तब तक नाव पानी में डूबने लगी। नाव से जान बचाने के लिए महिलाएं और युवतियां नदी में कूद गईं। पानी कम होने और लोगों की तत्परता की वजह से नौका पूरी तरह डूबने से पहले ही लोगों की सतर्कता से लोगों को बचा लिया गया। जबकि स्थानीय लोग तैरकर तुरंत ही नदी से बाहर आ गए। जबकि मौके पर पुलिस के पहुंचने के पूर्व ही सभी सुरक्षित तरीके से नदी से बाहर आ गए।