लखनऊ (www.arya-tv.com) ईओडब्ल्यू की टीम ने बुधवार को नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की तरह हजारों करोड़ की ठगी करने के आरोपित शाइन सिटी के निदेशक राशिद नसीम की पत्नी शागुफ्ता राशिद खान और उसकी एक महिला कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है। राशिद नसीम के खिलाफ लखनऊ में करीब 300 और पूरे देश में पांच हजार से अधिक ठगी के मुकदमें दर्ज हैं। कुछ माह पहले राशिद नसीम की कंपनी में काम करने वाले विजलेश केसरवानी ने पीडि़तों का एक संगठन तैयार करके प्रयागराज हाईकोर्ट में कंपनी के खिलाफ 60 हजार करोड़ से अधिक की ठगी की रिट दायर की थी। ठगी में उसकी पत्नी समेत कंपनी के 50 से अधिक कर्मचारी आरोपित हैं।
इंस्पेक्टर गोमतीनगर राशिद नसीम की पत्नी के अलावा ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा) ने उजरियांव में रहने वाली उसकी कंपनी की कर्मचारी सबा फातिमा को भी गिरफ्तार किया है। दोनों के बारे में लिखापढ़ी की जा रही है। राशिद नसीम और उसकी कंपनी के कर्मचारी प्लाट और हीरे के व्यवसाय मेंं निवेश कराने के नाम पर रुपये जमा कराते थे। न तो कंपनी द्वारा अबतक किसी को प्लाट दिया गया और न ही निवेश पर कोई ब्याज दिया गया था।लोगों ने रुपयों की मांग की तो वह भी नहीं दिए। इसके बाद यहां से भागकर दुबई चला गया। गोमती नगर में दर्ज मुकमदों को बीते कुछ माह पहले ईओडब्ल्यू को ट्रांसफर कर दिया गया था।
दर्ज मुकदमों का ब्योरा
लखनऊ : 3000 करीब
ठगी के शिकार लोग : 10 लाख से अधिक
देश के विभिन्न जनपदों में दर्ज मुकदमे : पांच हजार करीब
इन पर दर्ज हैं मुकदमे : दोनों ठग भाई समेत कंपनी के 40 अधिकारी और कर्मचारी
नेपाल से हुआ था गिरफ्तार, अब दुबई से चला रहा नेटवर्क : राशिद नसीम को वर्ष 2019 मेंं नेपाल के काठमांडू से गिरफ्तार किया गया था। बाद में नेपाल से उसे जमानत मिल गई थी। इस के बाद वह दुबई भाग गया था। अब वह दुबई से नेटवर्क चला रहा है और जार्जिया की नागरिकता लेने की तैयारी में है। वहीं, एसटीएफ ने बीते 30 जून को शाइन सिटी के नेशनल हेड बृज मोहन सिंह को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
महाठग ने वर्ष 2013 में शुरू की थी शाइन सिटी कंपनी : राशिद नसीम प्रयागराज करेली के जीटीबी नगर का रहने वाला है। करीब 20 साल पहले उसने स्पीक एशिया मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी में एजेंट की नौकरी शुरू की थी। शातिर दिमाग नसीम ने यहीं पर रहकर निवेशकों को ठगने की कला सीखी। इसके बाद वर्ष 2013 में उसने शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से हाउसिंग कंपनी और उसके बाद 50 से अधिक कंपनियां खोल डाली।