सपा में शामिल हुए भगवती प्रसाद सागर ने बिल्हौर में पहली बार खिलाया था ‘कमल’, जानें कैसा रहा सफर

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कानपुर (www.arya-tv.com) भगवती प्रसाद सागर ने भले ही बसपा से जुड़कर राजनीति का सफर शुरू किया हो लेकिन वह अपने लिए कोई पक्का मैदान नहीं बना सके। हर बार चुनाव के बाद या तो उन्हें कहीं और से लडऩा पड़ा या कोई ब्रेक लग गया। 29 वर्ष की चुनावी राजनीति में सिर्फ एक बार ऐसा हुआ जब वह लगातार दो बार बिल्हौर से चुनाव लड़े।

बीच में पांच वर्ष का एक समय ऐसा भी आया जब वह चुनावी राजनीति से दूर रहे और अपने गुरु से जुड़ गए। वह 2017 में भाजपा के टिकट पर बिल्हौर सीट से लड़े और जीते लेकिन ये पांच साल अंतर्द्वंद में ही बीते। इस बार भी चुनाव से से कई माह पहले से ही बिल्हौर के गांवों में उनके दल बदलने को लेकर चर्चाएं शुरू हो चुकी थीं क्योंकि भाजपा के मंचों पर उनका दिल नहीं लग रहा, यह सभी ने देखा था।

कानपुर देहात के गोपालपुर के रहने वाले भगवती प्रसाद सागर की राजनीतिक यात्रा बामसेफ से शुरू हुई। वर्ष 1993 में वह बसपा के टिकट पर भोगनीपुर से चुनाव लड़कर विधायक बने। वर्ष 1996 में उन्होने क्षेत्र बदल दिया। बिल्हौर में बसपा के टिकट पर उन्होने सपा के शिवकुमार बेरिया को हराया। प्रदेश में बसपा की सरकार बनी तो वह राज्यमंत्री बने। वर्ष 2002 में भी उन्होंने बिल्हौर से किस्मत आजमाई लेकिन शिवकुमार बेरिया से चुनाव हार गए। अगली बार 2007 में उन्होंने झांसी की मऊरानीपुर सीट को चुना तो किस्मत ने भी साथ दिया और वह विधायक बन गए।

मायावती की सरकार में वह फिर से राज्यमंत्री बने। 2012 में उन्होंने बसपा छोड़कर खुद को राजनीति से दूर कर लिया और योग गुरु से जुड़ गए। हालांकि यह स्थिति सिर्फ एक चुनावी सत्र ही रही। 1996 में वह बिल्हौर से जीत चुके थे और भाजपा को बिल्हौर में अपनी जीत का खाता खोलना था। इसके लिए वह और भाजपा एकदूसरे के करीब आए। 2017 में वह भाजपा के टिकट पर बिल्हौर से लड़े और फिर से विधायक बने।

बिल्हौर में पहली बार खिलाया कमल: अब तक पांच में से चार चुनाव जीत चुके भगवती प्रसाद सागर ने 2017 में बसपा के कमलेश दिवाकर को 31 हजार वोटों से हराया। यह बिल्हौर में भाजपा की पहली जीत थी। इससे पहले भाजपा का कोई प्रत्याशी यह सीट नहीं जीत सका था।

चुनावी सफर

वर्ष – क्षेत्र – दल – परिणाम

1993 – भोगनीपुर – बसपा – जीते

1996 – बिल्हौर – बसपा – जीते

2002 – बिल्हौर – बसपा – हारे

2007 – मऊरानीपुर – बसपा – जीते

2017 – बिल्हौर – भाजपा – जीते