बनारसी आम, आंवला, अमरूद नहीं… अब इस फल का स्वाद चखेंगे खाड़ी देश, किसान होंगे मालामाल!

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(www.arya-tv.com) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के किसान अब एक्सपोर्टर बन रहे हैं. लंगड़ा आम, मिर्ची समेत तमाम सब्जियों के बाद अब पहली बार फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन ने वाराणसी से किसानों के सिंघाड़े को खाड़ी देश में निर्यात किया है. यह पहला ऐसा मौका है जब काशी के तालाबों में होने वाला सिंघाड़े का स्वाद खाड़ी देशों के लोग चखेंगे.

वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से संयुक्त अरब अमीरात के लिए सिंघाड़े की पहली खेप भेजी गई. एपीडा के चेयरमैन अभिषेक देव ने वर्चुअली फ्लैग ऑफ कर इस सिंघाड़े के पहले कंसाइनमेंट को रवाना किया है. बता दें कि इस सिंघाड़े को वाराणसी के पिंडरा क्षेत्र के सिहोरवा गांव के किसानों ने उगाया था.

400 किलो सिंघाड़ा हुआ एक्सपोर्ट
एपीडा के चेयरमैन अभिषेक देव ने बताया कि एफपीओ नमामि गंगा फॉर्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड एवं इशानी एग्रो फॉर्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के समूह किसानों की उपज को खाड़ी देशों में निर्यात किया गया है. इस पहली खेप में 400 किलो सिंघाड़ा संयुक्त अरब अमीरात भेजा गया है.

किसानों को दी गई ट्रेनिंग
बता दें कि एपीडा ने पूरे वाराणसी क्षेत्र में 30 से अधिक किसानों और एफपीओ के बीच ट्रेनिंग के जरिए उनको अंतरराष्ट्रीय स्तर की मांग ,उत्पाद तैयार करने और निर्यात की बारीकियां बताई हैं. इससे अब सिंघाड़ा किसान न सिर्फ अच्‍छी आमदनी हासिल करेंगे.

वाराणसी क्षेत्र के यह उत्पाद भी जा चुके हैं विदेश
इसके पहले वाराणसी क्षेत्र की हरी मिर्ची ,भिंडी ,परवल, हरी मटर, आम, लीची केला, केला का फूल, कुंदरू, अमरुद, आम, सहजन, लौकी, कटहल, अरवी , बैंगन, आंवला, गेंदे के फूल का निर्यात हो चुका है. यह निर्यात खाड़ी देश, यूरोप, नेपाल और बांग्लादेश में किया गया है.