आगरा (www.arya-tv.com) मुगल राजधानी रही फतेहपुर सीकरी के सुरक्षा घेरे को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) और मजबूत बनाने जा रहा है। यहां हिरण मीनार से लेकर लाल दरवाजा तक बाउंड्रीवाल की मरम्मत कर उस पर ग्रिल लगाई जाएगी। ग्रामीणों ने जगह-जगह से बाउंड्रीवाल को क्षतिग्रस्त कर दिया है और ग्रिल निकाल दी है। अब इसकी मरम्मत एएसआइ कराने जा रहा है।
मुगल शहंशाह अकबर ने फतेहपुर सीकरी को अपनी राजधानी बनाया था। उसने करीब डेढ़ दशक तक यहां से शासन किया। इसके बाद लाहौर और फिर आगरा को अपनी राजधानी बनाया। फतेहपुर सीकरी बाद में किसी मुगल शासक की राजधानी नहीं रही। लाल पत्थरों से सुव्यवस्थित शहर के रूप में बसाई गई सीकरी में कई आकर्षक भवन हैं। हिरण मीनार, कारवान सराय आदि सीकरी के पिछले हिस्से में हैं।
यहां स्मारक और पर्यटकों की सुरक्षा की दृष्टि से एएसआइ ने करीब डेढ़ दशक पूर्व बाउंड्रीवाल बनाई थी। इसके ऊपर लोहे की ग्रिल लगाई थी, जिससे असामाजिक तत्व स्मारक में प्रवेश नहीं कर सकें। ग्रामीणों ने जगह-जगह से इस बाउंड्रीवाल को तोड़ दिया है और ग्रिल निकाल दी हैं। एएसआइ अब दोबारा बाउंड्रीवाल की मरम्मत कराने जा रहा है। इसके लिए टेंडर कर दिया गया है। इस पर करीब 9.58 लाख रुपये व्यय होंगे। अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि जगह-जगह से टूटी बाउंड्रीवाल की मरम्मत कराने के साथ ग्रिल को दोबारा लगाया जाएगा।