क्या CM के दुलार में JDU अध्यक्ष की एक नहीं सुन रहे नीतीश के लाडले?

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(www.arya-tv.com) बिहार की सत्ताधारी जेडीयू में क्या सबकुछ ठीक नहीं चल रहा? ये सवाल इसलिए उठे क्योंकि नीतीश के दो सिपहसालार की बीच मीटिंग में भिड़ंत हो गई। ये सबकुछ तब हुआ जब मुख्यमंत्री खुद वहां मौजूद थे। मामला नीतीश के करीबी मंत्री अशोक चौधरी की जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से जुड़ा है।

बताया जा रहा कि एक मीटिंग के दौरान ही दोनों नेता आमने-सामने आ गए। चौंकाने वाली बात तो ये है कि सीएम नीतीश ने भी पूरे मामले पर चुप्पी साधे रखी। जैसे ही घटनाक्रम हुआ तो चर्चा शुरू हो गई कि क्या मुख्यमंत्री के दुलार की वजह से अशोक चौधरी अब जेडीयू अध्यक्ष तक की नहीं सुन रहे।

ललन सिंह से भिड़ गए अशोक चौधरी

दरअसल, बिहार की सियासत में पिछले दिनों एक तस्वीर नजर आई जब सीएम नीतीश कुमार अपने एक मंत्री संग गले मिलते दिखाई दिए। इससे ठीक पहले मुख्यमंत्री अपने उन्हीं मंत्री की गर्दन खींचते हुए भी दिखे थे। जिसके बाद सियासी गलियारे में नीतीश के इस अंदाज को लेकर चर्चा शुरू हो गई। आखिर मुख्यमंत्री अपनी कैबिनेट के साथी संग ऐसा क्यों कर रहे। खैर वो बात आई और फिर खत्म हो गई। इसी बीच नीतीश कुमार के वही करीबी मंत्री ललन सिंह से भिड़कर फिर सुर्खियों में आ गए।

नीतीश के सामने भिड़ गए दोनों नेता

कहा जा रहा कि अशोक चौधरी सीएम नीतीश के बेहद करीबी हैं। मुख्यमंत्री उन्हें काफी तवज्जो देते हैं। शायद यही वजह है कि 25 सितंबर को नीतीश के सामने जब मीटिंग में ललन सिंह ने अशोक चौधरी से कुछ बात कहनी चाही तो मंत्री जी ने भी पलटवार कर दिया। जैसे ही जेडीयू अध्यक्ष ने अपनी बात कहनी चाही तो अशोक चौधरी भी जवाब देने से पीछे नहीं रहे। फिर क्या था मुख्यमंत्री के सामने ही नीतीश के दोनों करीबियों में तीखी बहस हो गई।

इसलिए जेडीयू के दो दिग्गजों में हुआ टकराव

बताया जा रहा कि सीएम आवास पर सोमवार को जेडीयू की बैठक रखी गई थी जिसमें पार्टी के दिग्गज नेता शामिल हुए। इसी दौरान ललन सिंह ने अशोक चौधरी से बात करनी चाही। उन्होंने मंत्री अशोक चौधरी से कहा कि आप जमुई और बरबीघा की सियासत में दखलंदाजी नहीं करें। जेडीयू अध्यक्ष इस बात पर भी आपत्ति थी कि अशोक चौधरी बरबीघा विधानसभा की सियासत में बार-बार एंट्री मार रहे। बरबीघा के विधायक सुदर्शन ने इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई है।

ललन सिंह से अशोक चौधरी की दो टूक

ललन सिंह ने अशोक चौधरी को बताना चाहा कि उनके कदम से वहां के विधायक थोड़े असहज महसूस कर रहे। मुख्यमंत्री के सामने जेडीयू अध्यक्ष ने ये भी बात उठाई कि जब अशोक चौधरी को जमुई के प्रभारी मंत्री पद से हटाया जा चुका है तो फिर वो वहां बार-बार क्यों जा रहे? बस इसी के बाद अशोक चौधरी ने दो टूक कह दिया कि वो कौन होते हैं उन्हें कहीं जाने से रोकने वाले। अशोक चौधरी ने आगे ये भी कह दिया कि वो मुख्यमंत्री जी को बता के जाते हैं।

अब क्या करेंगे सीएम नीतीश

जानकारी के मुताबिक, जेडीयू के दो दिग्गजों के बीच हुई इस बहसबाजी पर सीएम नीतीश ने कुछ भी नहीं कहा। उन्होंने पूरी बात सुनी और फिर मीटिंग से निकल गए। हालांकि, जिस तरह से मुख्यमंत्री के सामने ही पार्टी के दो दिग्गज भिड़े उसे लेकर सियासी चर्चाएं तेज हैं। कहा तो यही जा रहा कि शायद अशोक चौधरी जिस तरह से नीतीश के बेहद करीबी हैं इसी के चलते वो पार्टी के अध्यक्ष को सीधे जवाब दे सके। हालांकि, खुद मुख्यमंत्री इस मामले में आगे क्या कदम उठाते हैं देखना दिलचस्प होगा।