ओसामा बिन लादेन का करीबी ग्वांतानामो-बे जेल से रिहा, अमेरिका ने क्यों दिखाई यह दरियादिली?

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(www.Arya Tv .Com)  अमेरिका ने अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के सहायक रहीम अकमल और दो अन्य अफगानी नागरिकों को अपने सबसे कुख्यात ग्वांतानामो-बे जेल से रिहा कर दिया है. पिछले करीब 15 से अधिक समय से जेल में बंद इस दुर्दांत आतंकी की रिहाई की खबर ने दुनिया भर का ध्यान खींचा है. जानकार इसे अफगानिस्तान की तालिबान सरकार और अमेरिकी प्रशासन के बीच बैकचैनल डील का हिस्सा मानकर चल रहे हैं.

दरअसल अफगानिस्तान में पिछले दिनों एक अमेरिकी नागरिक रयान कॉर्बेट को गिरफ्तार गया था, जिसे लेकर अमेरिकी प्रशासन बेहद परेशान था. तालिबान प्रशासन चाहता था कि अपने नागरिक के बदले अमेरिका उसके आधा दर्जन से ज्यादा अहम लोगों को जेल से रिहा कर दे.

अमेरिका और तालिबान के बीच जब बात नहीं बनी तो अमेरिका ने कतर का सहारा लिया और कतर ने अमेरिका और तालिबान के प्रतिनिधियों के बीच बैठक कराकर समझौता कराया. इस समझौते के तहत तालिबान ने स्पष्ट रूप से कहा कि अल कायदा के सुप्रीम कमांडर ओसामा बिन लादेन के निजी सहायक को अमेरिका तत्काल रिहा कर दे.

लादेन के सहायक रहे रहीम अकमल को पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने साल 2007 में लाहौर से गिरफ्तार किया था और बाद में उसे अमेरिकी सरकार को सौंप दिया था. अकमल तब से ही जेल में चल रहा था.

इसके साथ ही अमेरिका नेग्वांतानामो के दो अफगान बंदियों अब्दुल ज़हीर साबिर और अब्दुल करीम को भी दिया कर दिया है, जो आज 22 साल बाद वापस अफगानिस्तान लौट रहे हैं. इनमें से एक बंदी को पाकिस्तान ने पड़कर अमेरिका को सौंपा था.

इनमें से एक अब्दुल करीम खोस्त प्रांत का रहने वाला है, जिसे 14 अगस्त 2002 को अमेरिकी सेना द्वारा हिरासत में लिया गया था. वहीं लोगर निवासी अब्दुल जहीर साबिर को 2002 में 10 मई को गिरफ्तार किया गया था. इन दोनों की स्वदेश वापसी को लेकर आज अफगानिस्तान में जगह-जगह उनके स्वागत में पोस्टर लगाए गए हैं.