(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले में बुधवार को एक ग्राम पंचायत अधिकारी का रिश्वत लेते हुए वीडियो सामने आया। इसके बाद उसे जिला प्रशासन ने निलंबित कर दिया था। वहीं, इस प्रकरण में एक सफाईकर्मी भी प्राथमिक जांच के बाद निलंबित हुआ है। डीपीआरओ ने विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं।
सेक्रेटरी बोला- पैसे दीजिए काम कराइए
यह मामला कटेहरी विकास खंड के शाहपुर परासी गांव का है। इस ग्राम पंचायत का सेक्रेटरी रवीन्द्र वर्मा एक जगह कुर्सी डालकर बैठा था। तभी एक शख्स रुपए निकालकर देता है तो सेक्रेटरी कहता है ये क्या निकाल रहे हो? रुपए निकालो। तो फरियादी कहता है कि हमारे पास और रुपए नहीं हैं। कहिए तो हाथ पैर दबा दूं। तब सेक्रेटरी कहता है कि मुझे इसकी बीमारी नहीं है। यहां बस रुपए दीजिए और काम कराइए। लेकिन तभी सेक्रेट्री की नजर कैमरे पर पड़ जाती है। इसके बाद कैमरा बंद हो जाता है।
रिश्वतखोरी में सहयोग करता था सफाई कर्मचारी
वीडियो के वायरल होने के बाद डीपीआरओ सदाशिव पांडेय ने घूस मांगने के आरोपित सेक्रेटरी रवीन्द्र वर्मा को निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में सेक्रेटरी को कटेहरी विकास खंड मुख्यालय से सम्बद्ध किया गया है। मामले में एडीओ पंचायत भियांव को जांच अधिकारी नामित किया गया है। वहीं, घूस लेने में सहयोग करने वाले सफाईकर्मी लालता प्रसाद को भी निलंबित कर दिया गया है। सफाई कर्मी के निलंबन की जांच एडीओ पंचायत भीटी को सौंपी गई है।