अखिल भारतीय शिक्षक महासंघ ने लखनऊ में मांगों के लिए आवाज बुलंद की

Lucknow

अखिल भारतीय शिक्षक महासंघ(AIFUCTO) एवं उत्तरप्रदेश संबद्ध महाविद्यालय शिक्षक महासंघ( FUPUCTA) के आह्वाहन पर यूजीसी और केंद्र सरकार से विभिन्न मांगों को लागू कराने हेतु इकोगार्डेन लखनऊ में एक दिवसीय धरने का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश भर के महाविद्यालयों के हजारों शिक्षकों ने उपस्थिति दर्ज कराई। शिक्षकों ने लगभग 23 मांगों के लिए आवाज बुलंद की। पुरानी पेंशन को बहाल किया जाय। नई शिक्षा नीति 2020 को तत्काल निरस्त किया जाय,अन्य विभागों की तरह चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाय,पूर्व की भांति फीडर कैडर को पुनः बहाल किया जाय।

फुपुक्टा अध्यक्ष प्रो. वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि हमारी मांगे जब तक पूरी नहीं की जाती तब तक संघर्ष जारी रहेगा।सरकार की दमनकारी नीति का हम सब शिक्षक पुरजोर विरोध करेंगे। महामंत्री प्रो. प्रदीप सिंह ने कहा कि पुरानी पेंशन को समाप्त करना एक अमानवीय कदम था।कोई भी शिक्षक अथवा कर्मचारी जो अपना पूरा जीवन किसी संस्था को देकर सेवा निर्वृत्त होता है तो उसे बेसहारा बेचारा बना कर छोड़ दिया जाता है।नई शिक्षा नीति तो सरकार ने आनन फानन में लागू तो कर दिया लेकिन महाविद्यालयों में संसाधन पर कार्य नही किया गया जिससे यह व्यवस्था विद्यार्थियों के लिए अलाभकारी हो गई, इसलिए इसे तत्काल निरस्त किया जाय।

एआईफुक्टो के जोनल सेक्रेट्री प्रो. अखिलेश राय,उपाध्यक्ष प्रो. मोजपाल सिंह,फुपुक्टा कार्यालय मंत्री प्रो. मनीष हिंदवी,लुआक्टा उपाध्यक्ष प्रो सिद्धार्थ सिंह,शिया पी जी कॉलेज से डॉ. अमित राय,विद्यांत पीजी कॉलेज के महामंत्री प्रो. श्रवण कुमार प्रदेश के तमाम विश्वविद्यालय से आए अध्यक्ष एवं महामंत्री एवं अन्य पदाधिकारी गण ने सभा को संबोधित किया।