बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में योग महोत्सव के अंतर्गत हुआ ‘उन्नत ध्यान सत्र’ का आयोजन

Lucknow
  • बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में योग महोत्सव के अंतर्गत हुआ ‘उन्नत ध्यान सत्र’ का आयोजन

बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में योग महोत्सव के अंतर्गत “उन्नत ध्यान सत्र” कार्यशाला का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालयके कुलपति प्रो० एन०एम०पी० वर्मा के दिशा निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम के समापन सत्र में सभी योग साधकों को “योग एवं आयुर्वेद के अनुसार जीवनचर्या” विषय पर योगाभ्यास के साथ ध्यान का अभ्यास भी कराया गया।इस समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में आयुष विभाग के राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय, बंगला बाजार की प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ० अंशुमा गुप्ता मौजूद रहीं। इसके अतिरिक्त योग विभाग के संकाय अध्यक्ष प्रो० बी०सी० यादव,योग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो० हरिशंकर सिंह एवं डॉ. दीपेश्वर सिंह उपस्थित रहे।

डॉ० अंशुमा गुप्ता ने आयुर्वेद से जुड़ी विभिन्न जानकारी से सभी योग साधकों को अवगत कराते हुए ऋतुचर्या, दिनचर्या,आहार,निद्रा विषयों पर चर्चा करते हुए कहा कि “स्वस्थ शरीर में स्वस्थ आत्मा का वास होता है” हम प्रकृति के अनुकूल चलकर योग और आयुर्वेद के नियमो का पालन करके स्वयं को स्वस्थ रख सकते है।

प्रो० बी०सी० यादव ने अपने विचार रखते हुए कहा कि आज का युवा योगपथ की ओर अग्रसर है व साथ ही साथ बताया कि “पहला सुख निरोगी काया” अगर हमे स्वस्थ रहना है तो रोगी से निरोगी बनना है और प्रतिदिन योग करना है औरों को भी कराना है व सभी को “वसुधैव कुटुम्बकम्’” का संदेश देते हुए पूरी धरा को योगमय बनाना है।

प्रो० हरिशंकर सिंह ने योग महोत्सव की जानकारी देते हुए बताया कि योग महोत्सव में स्वास्थ्य एवं यौगिक विषयों पर योग रिसर्च एवम् वैज्ञानिक तथ्यों से जुड़ी जानकारी दी जा रही है। जो हम सभी के लिए अत्यंत आवश्यक है क्योंकि आज के समय में योग प्राथमिक जरुरत बन चुका है। साथ ही डॉ. दीपेश्वर सिंह ने बच्चों,युवाओं, और बुजुर्गो के मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण के लिए योग अभ्यास को जरूरी बताया।
कार्यक्रम के दौरान योग वेलनेस सेंटर के योग प्रशिक्षक सागर सैनी, शिक्षकगण, योग साधक, योग विभाग एवं विश्वविद्यालय के विद्यार्थी मौजूद रहे।