(www.arya-tv.com) कुंभकरण की नींद में सो रहा लखनऊ विश्वविद्यालय के अनियंत्रित प्रशासन की लापरवाही के चलते लखनऊ विश्वविद्यालय के 3000 छात्रों का स्कॉलरशिप फॉर्म विश्वविद्यालय स्तर पर लंबित रह गया था और विश्वविद्यालय द्वारा फॉर्म को पोर्टल पर अपलोड करने की अंतिम तिथि 23 जनवरी थी , जिसके बाद एबीवीपी द्वारा 19 फरवरी को जोरदार विरोध प्रदर्शन करते हुए कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा गया,तदुपरांत एबीवीपी द्वारा 23 फरवरी को विश्वविद्यालय में व्यापक स्तर पर हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया लेकिन 6 दिन बीत जाने के पश्चात जब कोई निस्कर्स नहीं निकला तो एबीवीपी लखनऊ विश्वविद्यालय इकाई सैकड़ों छात्रों के साथ धरने पर बैठी धरना सुबह 11 बजे गेट संख्या 1 पर प्रारंभ हुआ जिसके 2 घंटे बाद छात्रों ने पैदल मार्च निकालते हुए प्रशासनिक भवन का घेराव किया जिसके बाद एबीवीपी उपाध्यक्ष रिशेंद्र प्रताप सिंह की तीखी नोकझोक प्रशासन से हुई।
ABVP इकाई मंत्री जतिन शुक्ला का कहना है की हम सभी पिछले एक हफ्ते से लगातार छात्रों की समस्या के लिए लड़ रहे हैं हमने छात्रवृत्ति से संबंधित लगभग सभी अधिकारियों से बात चीत की इसके साथ ट्वीटर पर भी अपनी मांग उठाई लेकिन इतना सब करने के बाद भी जब कहीं कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिला तो प्रशासन के नींद से जगाने के लिए आज हमने धरना देने की ठानी और सैकड़ों छात्रों के साथ हम धरने पर बैठे जब तक हमारा फॉर्म फॉरवर्ड नहीं होगा तब तक हम लोकतांत्रिक तरीके से हर संभव प्रयास करतें रहेंगे। धरने में मुख्य रूप से प्रांत सहमंत्री राजाराम कुशवाहा, इकाई अध्यक्ष जयव्रत राय , सलोनी शुक्ला , अभिषेक सिंह शक्ति दुबे, लक्ष्य दुबे , हिमांशु सिंह, विकाश मिश्रा , रुद्र कोरी सहित सैंकड़ों छात्र मौजूद रहे।