(Arya Tv lucknow) shivam
रविवार को मॉस्को में खेले गए विश्व कप फ़ाइनल में जब फ़्रांस ने पहला गोल किया, क्रोएशिया से 1-0 से आगे हो गया.
वही सेमिफैनल में दोनों टीम फ़्रांस और क्रोएशिया ने अपना-अपना पर्दर्शन किया.
और जहाँ पूरी दुनिया की नजर किस पर टिकी थी की रविवार के खेल में विश्व फ़ुटबॉल चैंपियन कोन होगा.
फ़्रांस ने 20 साल बाद फिर से एक बार और विश्व फ़ुटबॉल चैंपियन बना और दुनिया में सर्वश्रेष्ट पर्दार्सन किया.
फ़्रांस ने क्रोएशिया को 4-2 हराया
फ़्रांस बना दूसरी बार फ़ुटबॉल चैंपियन पहेली बार 1998 को जीता था चमचमती फ़ुटबॉल चैंपियन टोरोफी एक बार और बना फ़्रांस फ़ुटबॉल चैंपियन.
मैदान पर फ़्रांस ने पहेला गोल करते आपनी जीत का आगाज कर दिया. 1-0 से क्रोएशिया से फ्रंस आगे था और क्रोशिया की टीम ने एक गोल करते ही फ्रंस की टीम के 1-1 के बराबरी कर लिया.
फ़्रांस के जीत का शिलशिला यही से हुआ शुरू,
जब क्रोएशिया ने आपना पहेला गोल किया और फ्रंस की टीम 1-1 के बराबरी पर आ गई उसके बाद फ़्रांस की फ़ुटबॉल टीम ने आपना दूसरा गोल किया मनो की फ़्रांस की टीम को वरदान ही मिल गया हो एक पर एक गोल करके क्रोएशिया के टीम को जीत से दूर कर दिया हो.
क्रोएशिया की टीम ने मैदान पर वापशी करने के लिए दुसरा गोल किया पर फ़्रांस की टीम 4-2 से अभी भी आगे थी.
बचपन से ही प्रतिभावान
रूस में हुए इस वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में एमबापे ने चार गोल दागे. वह सबसे ज़्यादा गोल करने वाले टॉप तीन खिलाड़ियों में तो शामिल नहीं हैं, मगर उन्हें फ़ीफा यंग प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट का ख़िताब मिला है यानी उन्हें विश्वकप का सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी चुना गया है.
आज उनकी प्रतिभा और क्षमता का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है, लेकिन किलियान एमबापे बचपन से ही प्रभावित करनेवाले शख़्स रहे हैं.मानो फ़ुटबॉल खेल उनके खून में ही बाशा हैं
बचपन से ही प्रतिभाशाली थे और आज उनकी प्रतिभा पूरी दुनिया देख रही हैं. फ़ुटबॉल में सर्वश्रेष्ट पर्दार्सान करने वाले एमबापे को आज दुनिया शलम कर रही हैं
एमबापे ने अपने करियर की शुरुआत पेरिस के फ़ुटबॉल क्लब एएस बॉन्डी से की थी, जहां पर उनके पिता विल्फ़्राइड भी कोच थे. यहां एमबापे ने एक अन्य कोच एन्टोनियो रिकार्डी से भी कोचिंग ली थी
रिकॉर्डी ने एमबापे की प्रतिभा के बारे में बताया, “उनकी ड्रिबलिंग कमाल की थी और वह बाकियों से काफ़ी तेज़ भी थे. मैंने यहां पर 15 साल कोचिंग दी है और इस दौरान मैंने उनसे बेहतर और कोई खिलाड़ी नहीं देखा. पेरिस में वैसे तो बहुत सारी प्रतिभाएं हैं, मगर उनके जैसी कोई नहीं. वो सर्वश्रेष्ठ हैं.”
फ़्रांस में जहां खुशियों का माहोल था वही क्रोएशिया में लोगों के चेरो पर निराशा दिख रही थी.
फ़्रांस के निवाशी रोड पर आकार अपनी खोशी का दिखा रहे थे व्ही क्रोएशिया में लोगों में अपने गम को छिपा रहे थे .
दुनिया हुई मुरीद
एएस बॉन्डी के बाद एमबापे क्लेयरफोन्टेन अकादमी में चले गए थे. बाद में उनकी प्रतिभा को देखते हुए उन्हें कई फ्रांसीसी क्लबों, रियाल मैड्रिड, चेल्सी, लिवरपूल और मैनचेस्टर सिटी तक ने साइन करने की कोशिश की थी.
फ़ुटबॉल क्लबों में उन्हें साइन करने को लेकर किस तरह की होड़ रहती है, इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि दुनिया के दूसरे सबसे महंगे एसोसिएशन फ़ुटबॉल ट्रांसफ़र का रिकॉर्ड भी एमबापे के नाम है.
इसी साल 135 मिलियन यूरो में उनका ट्रांसफ़र मोनाको से फ़्रांसीसी क्लब पैरिस सेंट जर्मेन के लिए हुआ था.
जर्मनी के पूर्व स्ट्राइकर औऱ मैनेजर जर्गन क्लिन्समन कहते हैं, “अभी तो एमबापे की ओर से और बहुत कुछ आना बाकी है. उन्होंने मार्केट को हिलाकर रख दिया है.”
सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का ताज
33 साल के रोनाल्डो और 31 साल के मेसी को पिछले एक दशक से दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में शुमार किया जाता है. फ़ुटबॉल के पिछले 10 प्रतिष्ठित बैलन डोर अवॉर्डों का बंटवारा उन्हीं के बीच हुआ है.
मगर इंग्लैंड के पूर्व डिफ़ेंडर रियो फ़र्डिनेंड कहते हैं, “लियोनेल मेसी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का ताज फ़्रांस के टीनेजर काइलियान एमबापे को सौंप रहे हैं.”
मैनचेस्टर युनाइटेड के लिए खेल चुके फ़र्डिनेंड कहते हैं, “आने वाले कई सालों तक एमबापे बैलन डोर के मंच पर दिखाई देंगे.”
फ़र्डिनेंड कहते हैं कि एमबापे में उम्र से ज़्यादा परिपक्वता दिखाई देती है. वहीं जर्मनी के पूर्व स्ट्राइकर क्लिन्समन कहते हैं कि एमबापे को देखकर ऐसा लगता है मानो वह 10 साल से फ़्रांस की टीम में खेल रहे हों.