(www.arya-tv.com) कथित आतंकी आतिफ मुजफ्फर और फैसल पर गुरुवार को एनआईए कोर्ट लखनऊ फैसला सुनाएगी। दोनों आतंकियों को कोर्ट ने दोषी पाया है। बीते 11 सितंबर को एनआईए कोर्ट में आतंकियों पर फैसला सुनाए जाने की तारीख तय थी। वकीलों की चल रही हड़ताल की वजह से एनआईए कोर्ट ने फैसला सुनाए जाने की तारीख 14 सितंबर तय की है। एनआईए कोर्ट के द्वारा वकीलों की हड़ताल के बीच आज फैसला सुनाया जाएगा कि नहीं, यह 12:30 बजे तक स्पष्ट हो पाएगा। दोनों आतंकियों ने कानपुर की चकेरी इलाके में हाथ में कलावा, माथे पर तिलक हिंदू पहचान देखकर रिटायर्ड टीचर की हत्या की थी। यह पूरी घटना 24 अक्टूबर 2016 की है।
कट्टरपंथियों आतंकियों ने खलीफा की कसम दिखाई थी
एनआइए की चार्जशीट में बताया गया जब कानपुर के चकेरी के रहने वाले फ़ैसल को गिरफ़्तार किया तो उसने बड़े खुलासे किए। फ़ैसल ने बताया की जहां आतिफ़ मुजफ्फर और सैफ़ुल्लाह उसके मोहल्ले के ही रहने वाले है। फ़ैसल ने इस साज़िश का खुलासा करते हुए बताया था की वो सभी लोग आइएसईआइएस की तंजीम से बहुत प्रभावित थे और सभी ने जाजमऊ टीले पर दीन और इस्लाम के लिए कुछ करने और जेहाद करने की क़सम ली थी। इन कट्टरपंथियों ने ख़लीफ़ा की क़सम भी ली थी कि ये सभी ख़लीफ़ा के हुक्म की तामील करेंगे और ख़लीफ़ा की हुक्मउदुली नहीं करेंगे। ये सारे कट्टरपंथी इस बात पर विश्वास करते थे की ख़लीफ़ा की दिखाई राह पर चलकर उन्हें जन्नत मिलेगी और जन्नत में उनके स्वागत के लिए हूरे मौजूद रहेंगी।
अक्टूबर 2016 में टीचर की हुई थी हत्या
कानपुर के चकेरी थाने में 24 अक्तूबर 2016 को दर्ज कराई थी। रिपोर्ट दर्ज कराकर बताया गया था की वादी के पिता रमेश बाबू शुक्ल स्वामी आत्मा प्रकाश ब्रह्मचारी जूनियर हाई स्कूल में तीस सालो से टीचर है। कहा गया कि 24 अक्तूबर 2016 को वादी के पिता रमेश बाबू स्कूल से वापस आ रहे थे तभी किसी ने उन्हें गोली मार दी। जिन्हें अस्पताल ले जया गया कहा उनकी मृत्यु हो गई थी।
मार्च 2017 में एटीएस में सैफुल्लाह को लखनऊ में मारा था
7 मार्च 2017 को एटीएस सूचना मिली कि उज्जैन ट्रेन ब्लास्ट की साजिश में शामिल रहा इस्लामिक स्टेट का आतंकी काकोरी रोड के पास एक मकान में रह रहा है। सूचना पर एटीएस और पुलिस ने दबिश दिया जहा मुठभेड़ के बाद आतंकी सैफुल्लाह पुलिस की गोली से मारा गया। इस दैरान एटीएस को सैफुल्लाह के घर से काफी मात्रा में हथियार,गोला बारूद के साथ ही आपत्तिजनक समान मिला था। जिसपर मामले की विवेचना एनआइए को सौंप दी गई थी, विवेचना के दौरान एनआईए को पता चला कि सैफुल्लाह के घर से जो हथियार बरामद हुए थे। उनका प्रयोग कानपुर के शिक्षक की हत्या समेत अन्य अपराध में भी हुआ है।