प्रयागराज में आंधी से टूटा जेटी, 9 गंगा में बहे:2 के शव मिले

# ## Prayagraj Zone

(www.arya-tv.com) प्रयागराज के संगम में रविवार देर शाम आंधी की वजह से बड़ा हादसा हो गया। जेटी (डीप वाटर बैरिकेडिंग) टूटने से 9 लोग गंगा में डूब गए। नाविकों और आसपास के लोगों ने तत्काल कूदकर 4 लोगों को बचा लिया। जबकि 5 की तलाश रात में जारी रही। सोमवार सुबह सुमित विश्वकर्मा और महेश्वर वर्मा के शव बरामद हुए हैं। तीन की तलाश अभी भी जारी है। जल पुलिस, गोताखोर, NDRF की टीम ने देर रात तक सर्च ऑपरेशन चलाया। लेकिन किसी का पता नहीं चला। सोमवार सुबह फिर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।

पुलिस का कहना है कि संगम स्नान के दौरान रविवार को डूबे पांच युवकों में से दो की बॉडी बरामद की गई है। एक छतनाग जबकि दूसरी बॉडी अरेल घाट से बरामद हुई है। परिजनों से शिनाख्त के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जाएगा।

डूबने वालों में प्रतियोगी छात्र भी
मध्यप्रदेश के सतना जिले के रहने वाले शिवमंगल विश्वकर्मा का बेटा सुमित विश्वकर्मा (18) सीएमपी डिग्री कॉलेज के पास किराए पर कमरा लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता है। उसका साथी विशाल (19) निवासी मुंगेर, बिहार भी दरभंगा कॉलोनी में रहकर तैयारी करता है। दोनों रविवार देर शाम संगम स्नान के लिए VIP घाट पहुंचे थे।

उसी समय सुल्तानपुर के जगदीश का बेटा अभिषेक अग्रहरि (18) और उसका साथी उत्कर्ष (17) भी संगम स्नान के लिए वहां पहुंच गए। इसके अलावा, एडवोकेट महेश्वर वर्मा (24) निवासी मऊ भी संगम स्नान के लिए पहुंचे। पांचों के अलावा 4 अन्य लोग भी जेटी पर चढ़कर स्नान कर रहे थे। इसी दौरान, आंधी चलने से जेटी टूट गया। सब लोग गंगा में बहने लगे। आसपास के लोगों ने किसी तरह 4 को तो बचा लिया। लेकिन सुमित, विशाल, अभिषेक, उत्कर्ष और महेश्वर वर्मा गंगा में बह गए। सोमवार सुबह छात्र सुमित और एडवोकेट महेश्वर के शव बरामद हुए।

संगम में डूबकर जान गंवाने वाले महेश्वर वर्मा के पिता छोटे लाल वर्मा और मां गीता वर्मा प्रयागराज पहुंच चुकी हैं। महेश्वर इलाहाबाद विश्वविद्यालय से LLM कर रहा था। परिवार में दो बहनें रूबी, रूमी, छोटा भाई कार्तिक हैं। वहीं, मृतक सुमित पुत्र शिवमंगल सतना रीवा के बरा गांव का निवासी था। सुमित प्रयागराज के मुट्ठीगंज में रहकर NDA की तैयारी कर रहा था।

SDRF-NDRF की टीमें चला रहीं सर्च ऑपरेशन
घटना के बाद जल पुलिस प्रभारी कड़ेदीन यादव सहित गोताखोरों की पूरी टीम मौके पर पहुंची। दारागंज पुलिस, SDRF के अलावा NDRF की टीम भी घाट पहुंच गई। संयुक्त रूप से संगम में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। देर रात तक सभी की खोजबीन होती रही।

रात में पुलिस का कहना था कि पानी की धारा तेज है, ऐसे में सभी के आगे बह जाने की संभावना जताई जा रही है। संगम और छतनाग में जाल डाला गया है। डूबे लोगों के परिवार वालों को भी जानकारी दे दी गई है। सभी प्रयागराज के लिए देर रात ही रवाना हो गए।