शाइन सिटी फर्जीवाड़ा…45वां आरोपी बंगाल से गिरफ्तार

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(www.arya-tv.com)वाराणसी में करोड़ रुपए के शाइन सिटी फर्जीवाड़ा केस में पुलिस ने कंपनी के एसोशिएट आर्यन भार्गव उर्फ कमलेश को बंगाल से पकड़ा है। उस पर 50 हजार का इनाम था। वह 45वां आरोपी है, जिसे दबोचा गया। आर्यन कोलकाता से लगभग 100 किलोमीटर दूर नवद्वीप धाम से बुधवार की रात ट्रेन से पकड़ा गया है। क्राइम ब्रांच और सिगरा थाने की संयुक्त टीम उसे पश्चिम बंगाल के जीआरपी बेंडेल थाने में दाखिल कर सड़क मार्ग से वाराणसी ला रही है।

आर्यन मूल रूप से जौनपुर के बरसठी थाना अंतर्गत हरद्वारी बरेरी गांव का रहने वाला है। मौजूदा समय में वह हावड़ा में अपने बहनोई के घर पर छिपकर रह रहा था। आर्यन को आज वाराणसी की अदालत में पेश किया जाएगा।

2 साल से घर से फरार चल रहा था आरोपी

आर्यन शाइन सिटी कंपनी की आकर्षक स्कीमें बताकर वाराणसी से लेकर लखनऊ तक के लोगों का पैसा निवेश कराता था। आर्यन ने 2 प्रतिशत कमीशन की दर पर 50 लोगों से प्लॉट दिलाने के नाम पर पैसा लिया था। वह पूर्व में गिरफ्तार अमिताभ श्रीवास्तव की टीम में काम करता था। कंपनी के कर्ताधर्ता राशिद नसीम और आसिफ नसीम गायब हुए और वाराणसी से लखनऊ तक मुकदमे दर्ज होने लगे तो लगभग 2 साल पहले आर्यन भी घर छोड़ कर भाग गया। इसके बाद से वह कहां था, इसका पता किसी को नहीं लगा।

हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट की सख्ती के बाद पुलिस सक्रिय हुई और अब एक-एक कर शाइन सिटी कंपनी से जुड़े लोगों की धरपकड़ जारी है। आर्यन की गिरफ्तारी का जिम्मा पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने सिगरा थाने की क्राइम टीम के प्रभारी प्रकाश सिंह और क्राइम ब्रांच के दरोगा राज कुमार पांडेय, हेड कांस्टेबल सुरेंद्र मौर्य, हेड कांस्टेबल विनय सिंह, हेड कांस्टेबल राम बाबू और कांस्टेबल अमित शुक्ला की टीम को सौंपा था।

सिर्फ रेलवे स्टेशन पर ऑन करता था मोबाइल

आर्यन बेहद शातिर है। वह पुलिस की पकड़ में न आने के लिए, इसके लिए वह अपना मोबाइल सिर्फ हावड़ा या कोलकाता रेलवे स्टेशन पर ऑन करता था। अपने करीबियों से बात करके स्विच ऑफ कर देता था। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि आर्यन को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम लगातार सर्विलांस प्रभारी इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय के संपर्क में थी।

इंस्पेक्टर अंजनी ने ही दरोगा प्रकाश और राज कुमार को ट्रेन से आर्यन के यात्रा करने की सूचना दी थी। ट्रेन में सवार होकर पुलिस टीम ने एक-एक बोगियां खंगालनी शुरू की और आखिरकार आर्यन गिरफ्त में आ गया।

राशिद और आसिफ पर हैं 5-5 लाख का इनाम

शाइन सिटी ग्रुप ऑफ कंपनीज के सीएमडी राशिद नसीम और एमडी आसिफ नसीम के खिलाफ प्रदेश के अलग-अलग थानों में 284 मुकदमे दर्ज हैं। दोनों फिलहाल देश छोड़कर दुबई में छुपे हुए हैं। कंपनी से जुड़े लोगों के खिलाफ दर्ज मुकदमे की विवेचना आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन की टीम कर रही है। 12 अक्टूबर को प्रदेश सरकार की ओर से राशिद और आसिफ पर 5-5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है।

इसके अलावा दोनों भाइयों के करीबी आशीष कनौजिया, नितिन जायसवाल, जसीम खां, अभिषेक यादव और मोहम्मद शाहिद पर 1-1 लाख रुपए का इनाम प्रदेश सरकार ने घोषित किया है। उधर, पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि आर्यन को गिरफ्तार करने वाले सब इंस्पेक्टर प्रकाश सिंह, सब इंस्पेक्टर राज कुमार पांडेय, हेड कांस्टेबल सुरेंद्र मौर्य, हेड कांस्टेबल विनय सिंह, हेड कांस्टेबल राम बाबू और कांस्टेबल अमित शुक्ला की टीम को 50 हजार रुपए के नगद इनाम से पुरस्कृत किया जाएगा।