वाराणसी में नहीं थम रहा है कोरोना का कहर,संख्या हुई 77

UP Varanasi Zone

वाराणसी।(www.arya-tv.com) कोरोनावायरस संक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा है। लखनऊ के केजीएमसी से बुधवार को आई रिपोर्ट में नौ पॉजिटिव केस मिले है। इससे कोरोना पॉजिटिव की संख्या अब 77 पहुंच चुकी है, जिसमें एक्टिव केस 63 हैं। वहीं, लॉकडाउन में मिली छूट के दौरान जनता जिस तरह लापरवाही बरत रही, उससे हालात और बिगड़ सकते हैैं।

प्राप्त हुई रिपोर्ट में राहत की खबर भी है। संक्रमित आठ मरीजों की दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आई है। उनको अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। इसमें एक व्यक्ति गाजीपुर जबकि सात लोग वाराणसी के निवासी हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पॉजिटिव मिले नौ मरीजों में दो का संबंध मदनपुरा में मिले पूर्व मरीज से है। उसके बेटा और बहू की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है जबकि अन्य सात में छह मरीजों का संबंध जैतपुरा के कोरोना पॉजिटिव मरीज से है, जिसमें दो भाई, दो भाइयों की पत्नियां हैं। वहीं, एक भतीजा व एक भतीजी का नाम शामिल है। 9वां मरीज बीएचयू में भर्ती है, जो लल्लापुरा की निवासी है। सीएमओ डॉ. वीबी सिंह ने बताया की चार मई को वाराणसी से कुल 171 सैंपल केजीएमयू जांच के लिए भेजे गये थे, जिसमें बुधवार को 162 की रिपोर्ट प्राप्त हुई। अब तक नौ सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार है। प्राप्त रिपोर्ट में सूजाबाद, शिवाजीनगर, गोला चोलापुर, जर्गुलर हरतीरथ, बड़ी पियरी, काशीपुरा, सीरगोवर्धन हॉट स्पाटों के कांटीक्ट ट्रेसिंग के सभी परिणाम निगेटिव आए हैं। एल-2 फैसिलिटी के पैसिव क्वारंटाइन में रखे 51 स्वास्थ्य कर्मियों के रिपीट सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है।

25 अप्रैल को जब नगर निगम चौकी प्रभारी समेत सात पुलिसकर्मी कोरोना वायरस की चपेट में आए तो महकमे में हड़कंप मच गया। संक्रमित पुलिस कर्मियों की संख्या धीरे-धीरे 11 तक पहुंच गई। कांटैक्ट ट्रेसिंग के तहत जब नगर निगम चौकी के समीप स्थित पोस्ट आफिस के एक कर्मचारी की 30 अप्रैल को रिपोर्ट पॉजिटिव निकली तो पोस्ट आफिस में खलबली मच गई। पता चला कि नगर निगम चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों के साथ पोस्ट आफिस के कर्मचारी ने लॉकडाउन के बीच दावत उड़ाई थी। दावत में ही पुलिसकर्मियों ने उसे कोरोना दिया जिसे लेकर वह घर चले आए। वायरस की चपेट में आए पोस्ट आफिस के कर्मचारी की पत्नी व बेटे की रिपोर्ट भी अब पॉजिटिव निकल आई है। कर्मचारी के घर-मुहल्ले से लेकर पूरे डाक विभाग में बेचैनी है।

स्वास्थ्य विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरे हैं नगर निगम चौकी प्रभारी, मड़ौली निवासी दवा कारोबारी और सिगरा थाना क्षेत्र के रहने वाले अधिवक्ता। ये तीनों ही किसके संपर्क में आए जिससे संक्रमित हुए, अब तक इसका पता नहीं लग पाया है। आशंका है कि दवा कारोबारी द्वारा राहत सामग्री बांटते समय या फिर दुकान पर ग्राहकों के संपर्क में आने से कोरोना वायरस से संक्रमित हुए होंगे।

स्वास्थ्य विभाग अब तक पता नहीं लगा पाया कि कारोबारी किससे संक्रमित हुआ। नगर निगम चौकी प्रभारी के चलते थाने व चौकी से जुड़े अन्य लोग संक्रमित हुए लेकिन चौकी प्रभारी किसके संपर्क में आकर वायरस का शिकार हुए, अब पता नहीं चल सका। सिगरा के काजीपुरा खुर्द सोनिया के रहने वाले अधिवक्ता की ट्रैवल हिस्ट्री भी नहीं है। इसके बावजूद वह कोरोना से संक्रमित हुए और दो अन्य को कर चुके। यह सोचकर ही रूह कांप रही कि इन तीनों के संपर्क में आकर अब तक 28 लोग संक्रमित हो चुके हैं।

स्वास्थ्य विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरे हैं नगर निगम चौकी प्रभारी, मड़ौली निवासी दवा कारोबारी और सिगरा थाना क्षेत्र के रहने वाले अधिवक्ता। ये तीनों ही किसके संपर्क में आने से कोरोना वायरस की चपेट में आए, अभी तक इसका पता नहीं लग पाया है। दावा है कि दवा कारोबारी राहत सामग्री बांटते समय या फिर दुकान पर ग्राहकों के संपर्क में आने से कोरोना वायरस से संक्रमित हुआ। स्वास्थ्य विभाग अभी तक पता नहीं लगा पाया कि कारोबारी किससे संक्रमित हुआ। नगर निगम चौकी प्रभारी के चलते थाने व चौकी से जुड़े अन्य लोग संक्रमित हुए लेकिन चौकी प्रभारी किसके संपर्क में आकर वायरस का शिकार हुए, अभी पता नहीं चल सका। सिगरा के काजीपुरा खुर्द सोनिया के रहने वाले अधिवक्ता की ट्रैवल हिस्ट्री भी नहीं है इसके बावजूद वह कोरोना से संक्रमित हुए और दो अन्य को कर चुके। यह सोचकर ही रूह कांप रही कि इन तीनों के संपर्क में आकर अब तक 28 लोग संक्रमित हो चुके हैं।