योगी आदित्यनाथ मंत्रिपरिषद का पहला बहुप्रतीक्षित विस्तार और फेरबदल आज होगा। विस्तार में टीम योगी में एक दर्जन से अधिक नए चेहरे शामिल किए जाएंगे। ऐसे में कुछ विधायकों की किस्मत चमक सकती है। इनमें राजनाथ के बेटे के नाम की भी चर्चा है। इसके साथ ही बुंदेलखंड से विधायक चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, रामरतन कुशवाहा, जवाहर राजपूत के नाम शामिल हो सकते हैं।
वहीं आगरा कैंट से विधायक जीएस धर्मेश व फतेहपुर सीकरी से चौधरी उदयभान। मुजफ्फरनगर से विजय कश्यप व कपिल देव अग्रवाल, बुलंदशहर से अनिल शर्मा, कानपुर से नीलिमा कटियार, वाराणसी से रवींद्र जायसवाल, मिर्जापुर से रमाशंकर पटेल, एमएलसी अशोक कटियार को भी लाभ मिल सकता है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के बेटे और नोएडा से विधायक पंकज सिंह के भी मंत्रिपरिषद में शामिल होने की संभावना है। साथ ही एमएलसी विजय बहादुर पाठक व विद्यासागर सोनकर के भी नाम की चर्चा है। बदायूं विधायक महेश गुप्त, अलीगढ़ से संजीव राजा, रायबरेली से दलबहादुर कोरी, गोरखपुर से सतीश द्विवेदी व संगीता यादव, बलिया से आनंद स्वरूप शुक्ल, संतकबीरनगर से श्रीराम चौहान, फर्रुखाबाद से सुशील शाक्य, फतेहपुर की कृष्णा पासवान, विपिन डेविड के नाम भी शामिल हैं।
इनकी हो सकती है तरक्की
राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार सुरेश राणा, उपेंद्र तिवारी, चौधरी भूपेंद्र सिंह, डॉ. महेंद्र सिंह और अनिल राजभर को कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है। राज्यमंत्रियों जयप्रकाश निषाद, गिरीश यादव, नीलकंठ तिवारी, संदीप सिंह को स्वतंत्र प्रभार।
पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा के दखल के बाद मंत्रियों के नाम तय हुए। इससे पहले संघ-भाजपा के आला पदाधिकारियों के बीच विचार-विमर्श के बाद नाम तय किए गए। मंगलवार को लखनऊ में संगठन व सरकार की समन्वय बैठक में औपचारिक रूप से विस्तार की जानकारी दी गई।
18 मंत्रियों के पद खाली
मंत्रिपरिषद के सदस्यों की संख्या 60 तक हो सकती है। तीन मंत्रियों के सांसद चुन लिए जाने, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव के त्यागपत्र और ओमप्रकाश राजभर की बर्खास्तगी के कारण मंत्रिमंडल की संख्या 42 ही रह गई थी। अभी सीएम योगी 18 मंत्रियों को अपनी टीम में जगह दे सकते हैं। इस समय योगी सरकार में 20 कैबिनेट, 9 स्वतंत्र प्रभार के राज्यमंत्री और 13 राज्य मंत्री हैं। हालांकि, कुछ पद अभी रिक्त रखे जाने की चर्चा है।