लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर अखिलेश यादव से किनारा कर लिया है। सोमवार को उन्होंने तीन ट्वीट करके बड़ा ऐलान किया है। मायावती ने कहा है कि आने वाले समय में बसपा सभी छोटे बड़े चुनाव अकेले लड़ेगी। इसका मतलब साफ है कि उत्तर प्रदेश में 0 से 10 सीटें पाने वाली मायावती अब खुद को अखिलेश से ज्यादा मजबूत पा रही हैं। इससे पहले मायावती ने कहा था कि उपचुनाव में वह गठबंधन नहीं करेंगी।
परन्तु लोकसभा आमचुनाव के बाद सपा का व्यवहार बीएसपी को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या ऐसा करके बीजेपी को आगे हरा पाना संभव होगा? जो संभव नहीं है। अतः पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब बीएसपी आगे होने वाले सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ेगी।
— Mayawati (@Mayawati) June 24, 2019
मायावती ने कहा कि साल 2012 से लेकर 2017 तक सपा सरकार के बीएसपी व दलित विरोधी फैसलों, प्रमोशन में आरक्षण विरूद्ध कार्यों एवं बिगड़ी कानून व्यवस्था आदि को दरकिनार करके देश व जनहित में सपा के साथ गठबंधन धर्म को पूरी तरह से निभाया। हमारी तरफ से गठबंधन को पूरा सहयोग मिला, लेकिन यादवों का सपोर्ट गठबंधन को नहीं मिला। यही कारण है कि बदायूं, फिरोजाबाद और कन्नौज जैसी सीटें सपा हार गई।
बीएसपी की आल इण्डिया बैठक कल लखनऊ में ढाई घण्टे तक चली। इसके बाद राज्यवार बैठकों का दौर देर रात तक चलता रहा जिसमें भी मीडिया नहीं था। फिर भी बीएसपी प्रमुख के बारे में जो बातें मीडिया में फ्लैश हुई हैं वे पूरी तरह से सही नहीं हैं जबकि इस बारे में प्रेसनोट भी जारी किया गया था।
— Mayawati (@Mayawati) June 24, 2019