मजबूत आर्थिक आंकड़ों और ग्लोबल संकेतों के चलते शेयर बाजार पर रहेगी नजर

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(www.arya-tv.com) कोरोना के नए मामलों में लगातार बढ़ोतरी से शेयर बाजार में निवेशकों के लिए चिंता बढ़ रही है। इससे पहले मजबूत ग्लोबल संकेतों के चलते बाजार में जोरदार खरीदारी रही। प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में 2-2% से ज्यादा की बढ़त रही। निफ्टी 14900 के करीब तो सेंसेक्स 50 हजार के पार बंद हुआ था। वहीं शेयर बाजार 29 मार्च और 2 अप्रैल को बंद था।

1 अप्रैल को बाजार बंद होने के बाद आए ऑटो बिक्री के अच्छे आंकड़े और उससे पहले बाजार में चौतरफा खरीदारी से उत्साह जरूर है, लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों से जोखिम भी बढ़ रहा है। शनिवार को 92,994 संक्रमितों की पहचान हुई। इस दौरान 60,059 लोग ठीक हुए और 514 लोगों की जान गई। ऐसे में हम आपको इस हफ्ते के बड़े इवेंट्स के बारे में बताएंगे, जो घरेलू शेयर बाजार की दिशा तय करेंगे…

  • 7 अप्रैल को मैक्रोटेक डेवलपर्स का IPO खुलेगा और बार्बीक्यू नेशन की लिस्टिंग होगी

नए वित्त वर्ष (2021-22) का पहला IPO 7 अप्रैल से खुलेगा। मैक्रोटेक डेवलपर्स (पहले इसका नाम लोढ़ा डेवलपर्स था ) का यह IPO 9 अप्रैल को बंद हो जाएगा। रियल एस्टेट सेक्टर की कंपनी के IPO में निवेशकों को एक शेयर 483-486 रुपए की कीमत पर मिलेगा। कंपनी इश्यू से 2,500 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है। 7 अप्रैल को ही बार्बीक्यू नेशन का शेयर बाजार में लिस्ट होगा।

  • ब्याज दरों पर RBI लेगा फैसला

RBI की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक 5 अप्रैल से 7 अप्रैल तक होगी। तीन दिन की बैठक में ब्याज दरों पर फैसला होगा। ज्यादातर एक्सपर्ट्स मानते हैं कि कोरोना की दूसरी लहर इसे स्थाई रखा जा सकता है। इसमें महंगाई और आर्थिक विकास भी मुख्य मुद्दा होगा। हर दो महीने में होने वाली इस बैठक पर 7 अप्रैल को RBI गवर्नर शक्तिकांत दास कमेटी के निर्णय को सार्वजनिक करेंगे। इसमें रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट पर फैसला होगा। इससे होम, ऑटो सहित अन्य लोन पर लगने वाले ब्याज दरें प्रभावित हो सकती हैं।

  • अमेरिकी बॉन्ड यील्ड पर रहेगी नजर

ग्लोबल संकेतों का असर पूरे हफ्ते बाजार की दिशा तय करेंगे। खासकर अमेरिकी बॉन्ड यील्ड, जो 1.7% के दायरें में घूम रहा है। बीते हफ्ते अमेरिकी इकोनॉमी में सुधार के चलते इसमें ग्रोथ देखने को मिली। मार्केट एनालिस्ट के मुताबिक बढ़ते बॉन्ड यील्ड के चलते घरेलू बाजार में जारी विदेशी निवेश प्रभावित होगी। साथ ही डॉलर भी मजबूत होगा, जिससे इमर्जिंग मार्केट में थोड़े समय के लिए भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।

  • तिमाही नतीजों की शुरुआत

इस हफ्ते से कंपनियां वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही के नतीजे भी आने लगेंगे। आर्थिक रिकवरी के बीच तिमाही नतीजे उम्मीद से बेहतर हो सकते हैं। ऐसे में एक्सपर्ट्स निवेशकों को फंडामेंटल पर फोकस करने की सलाह दे रहे हैं। अच्छे नतीजों का असर बाजार पर भी पड़ेगा।

  • घरेलू आर्थिक आंकड़े जारी होंगे

घरेलू अर्थव्यवस्था के आकड़े भी इसी हफ्ते जारी होंगे। इसकी शुरुआत मार्किट मैन्यूफैक्चरिंग पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) डाटा के साथ होगा, जो सोमवार को आएगा। इसके बाद बुधवार को मार्च महीने का सर्विस PMI डाटा आएगा। फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व का डाटा बीते शुक्रवार को ही जारी कर दिया गया था। डेटा के मुताबिक 26 मार्च को खत्म होने वाले सप्ताह में यह 298.6 करोड़ डॉलर घटकर 57.92 हजार करोड़ डॉलर रह गया है।