पहली बार नौचंदी मेले में बनाई जा रही अस्थाई कोतवाली, ताकि पीडितों को एफआईआर दर्ज करने मे रहे आसानी

Meerut Zone

(www.arya-tv)नौचंदी मेले में इस बार शरारती तत्‍वों के साथ सख्‍ती से निपटा जाएगा। शरारती तत्वों पर सख्ती के लिए अस्थायी कोतवाली बनेगी। पहले थाने में दर्ज होती थी रिपोर्ट पीड़ित काटते थे चक्कर। इसके चलते पीड़ितों को अब राहत मिलेगी। यह पहल नौचंदी मेले में पहली बार की जा रहा है।

इस बार नौचंदी मेले में शरारत करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। मेले में अस्थायी कोतवाली बनाई जा रही है, जिसमें पहली बार एफआइआर भी दर्ज हो सकेगी। अब से पहले थाने में ही रिपोर्ट दर्ज होती थी। एक इंस्पेक्टर को कोतवाली में तैनात किया जाएगा। नौचंदी मेला अपनी ऐतिहासिकता और भव्यता के लिए प्रसिद्ध है। कोरोना के कारण दो साल की पाबंदी के बाद इसका आयोजन हो रहा है। ऐसे में उच्च अधिकारियों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी पूरा ध्यान है। मेले में अस्थायी कोतवाली बनाई जाएगी, जिसकी जिम्मेदारी इंस्पेक्टर को सौंपी जाएगी। अफसरों का कहना है कि मेले के दौरान मनचलों व अराजक तत्वों पर विशेष नजर रहेगी। अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेजा जाएगा। वहीं, कागजी कार्रवाई को पूरा करने वाला स्टाफ भी तैनात किया जाएगा।

इस बार नौचंदी मेले की सुरक्षा को और अधि​क चौकन्ना किया जा रहा है। आसपास के जनपदों से फोर्स बुलाई जा रही है। मेले में पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में घूमेंगे। घुड़सवार पुलिसकर्मी जमीन से तो मचान बनाकर हवा से भी नजर रखेंगे। पुलिस लाइन से भी जवान मेले की सुरक्षा में तैनात रहेंगे। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।

नौचंदी मेले का उद्घाटन हो चुका है और खुफिया विभाग को भी पहले से ही अलर्ट कर दिया गया है। जल्द ही दुकानें भी आ जाएंगी। उससे पहले ही अफसर खुफिया विभाग से प्रतिदिन की जानकारी ले रहे हैं। पिछले साल के बारे में भी पता किया जा रहा है। इसके अलावा डाग स्कवायड भी मेले में मौजूद रहेगा। अफसर भी लगातार निरीक्षण करते रहेंगे।

इनका कहना है कि यह फैसला नैचंदी मेले की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए लिया गया है , जिसकी जिम्मेदारी इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी को दी जाएगी। इस बार एफआइआर भी दर्ज होगी, ताकि किसी को परेशानी न हो और लोगों को अराजकता का शिकार न होना पड़े ।