अखिलेश को हमारे कपड़ों से आती है बदबू:सपा अध्यक्ष नहीं चाहते खां साहब जेल से बाहर आएं

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(www.arya-tv.com) चाचा शिवपाल के बाद अब अखिलेश के खिलाफ आजम खां के समर्थकों में भी बगावती सुर उठने लगे हैं। रामपुर में आजम खां के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खान उर्फ शानू ने कहा, ‘सीएम योगी ने सही कहा था कि अखिलेश नहीं चाहते खां साहब जेल से बाहर आएं। अखिलेश यादव ने आजम खां की बलि दे दी है। हमें भाजपा का दुश्मन बना दिया है। अखिलेश यादव आजम खां से मिलने जेल भी नहीं गए। चुनाव में जो 111 सीटें आईं, वो हमारी वजह से आईं, फिर भी अखिलेश हमारे नहीं हुए। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष को हमारे कपड़ों से बदबू आती है’।

फसाहत अली खान ने ये बातें रामपुर में समाजवादी पार्टी के ऑफिस दारुल उलूम में आयोजित बैठक में कही। इस बैठक में सपा के पूर्व MLC प्रत्याशी मशकूर अहमद उर्फ मुन्ना, जिलाध्यक्ष गोयल, नगर अध्यक्ष आसिम राजा और आजम खां के सभी समर्थक मौजूद थे।

बता दें, सपा के टिकट पर इटावा की जसंवतनगर सीट से विधायक बने प्रमुख प्रमुख शिवपाल यादव पहले से ही नाराज चल रहे हैं। उनके बीजेपी में जाने के कयास लगाए जा रहे हैं। वहीं, अब आजम खान की ओर से भी सपा प्रमुख के खिलाफ आवाज उठी है।

हम सियासी रूप से यतीम हो गए

फसाहत अली खान ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जेल में बंद आजम खां के जेल से बाहर न आने की वजह से हम लोग सियासी रूप से यतीम हो गए हैं। हम कहां जाएंगे, किससे कहेंगे और किसको अपना गम बताएं। हमारे साथ तो वो समाजवादी पार्टी भी नहीं है, जिसके लिए हमने अपने खून का एक-एक कतरा बहा दिया। हमारे नेता मोहम्मद आजम खां ने अपनी जिंदगी सपा को दे दी, लेकिन सपा ने आजम खां के लिए कुछ नहीं किया।

वोट भी अब्दुल देगा और जेल भी अब्दुल जाएगा

मुसलमानों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि क्या सारा ठेका अब्दुल ने ले लिया है? वोट भी अब्दुल देगा और जेल भी अब्दुल जाएगा। अब्दुल बर्बाद हो जाएगा। घर की कुर्की हो जाएगी। वसूली हो जाएगी और राष्ट्रीय अध्यक्ष के मुंह से एक शब्द नहीं निकलेगा। हमने आपको और आपके वालिद को मुख्यमंत्री बनाया। हमारे वोटों की वजह से आपकी 111 सीटें आई हैं। आपकी तो जाति ने भी आपको वोट नहीं दिया। लेकिन, फिर भी मुख्यमंत्री आप बनेंगे और नेता विपक्ष भी आप बनेंगे। कोई दूसरा नेता विपक्ष भी नहीं बन सकता।

आपने भाजपा से हमारी दुश्मनी करा दी और सजा भी हमें मिल रही है, लेकिन मजे आपको मिल रहे हैं। आपके मुंह से विधानसभा और लोकसभा में एक भी शब्द नहीं निकला। आप एक बार ही आजम खां से जेल में मिलने के लिए पहुंचे हैं, दूसरी बार मिलने तक की जहमत नहीं उठाई। क्या यह मान लिया जाए कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जो कहा है कि अखिलेश जी आप नहीं चाहते कि आजम खां जेल से बाहर आएं।