(www.arya-tv.com) चीन के इरादों को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि जो बाइडन प्रशासन के आने के बाद भी दक्षिण चीन सागर के मुद्दे पर अमेरिका के साथ उसका तनाव बना रहेगा। चीन की सेना लगातार इस क्षेत्र में मिसाइलों के परीक्षण कर रही है और अमेरिका की टोही गतिविधियां भी तेज हो रही हैं। साउथ चाइना मार्निग पोस्ट ने कहा है कि इन हालातों को देखते हुए माना जा रहा है कि अमेरिका के प्रशासन में बदलाव के बाद भी हालातों में परिवर्तन मुश्किल ही दिखाई दे रहा है।
अमेरिका ट्रंप की नीतियों पर ही चलेगा। चीन की दक्षिण थ्येटर कमांड की सेना अपनी गाइडेड मिसाइलों का यहां पर निरंतर परीक्षण कर रही है। उसका युद्धाभ्यास भी चल रहा है। इसी कमांड को दक्षिण चीन सागर की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है, जिस पर चीन अपना अधिकार जता रहा है। इसके जवाब में अमेरिका यहां अपनी निगरानी और टोही गतिविधियों को पूरी ताकत के साथ अंजाम दे रहा है।
अमेरिका के विमान भी दक्षिण चीन सागर के ऊपर निरंतर उड़ रहे
अमेरिका के विमान भी दक्षिण चीन सागर के ऊपर निरंतर उड़ रहे हैं। चीन इस पूरे क्षेत्र पर अपना अधिकार जमाना चाहता है, जिसका कई देशों के द्वारा विरोध किया जा रहा है। हिंद महासागर क्षेत्र में भी वह बढ़ने का प्रयास कर रहा है। पिछले कुछ महीनों में चीन ने समुद्रीय क्षेत्र में अपनी गतिविधियों को तेजी से बढ़ाया है। ये गतिविधियां दक्षिण चीन सागर के साथ ही पूर्वी चीन सागर में भी बढ़ रही हैं। यही कारण है कि अमेरिका की भी जवाबी गतिविधियां बढ़ने के कारण दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है।