जिंदगी में यह ग्रह दिलाता है धन-दौलत और प्रतिष्‍ठा

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(www.arya-tv.com) ज्‍योतिष में शुक्र को धन-समृद्धि, आर्थिक उन्नति, ऐश्वर्य और विलासिता का ग्रह माना गया है। जीवन में सभी भौतिक सुख-सुविधा शुक्र ग्रह द्वारा ही नियंत्रित होती हैं। कुंडली में कमजोर शुक्र जीवन में आर्थिक संघर्ष उत्पन्न करता है वहीं मजबूत शुक्र जीवन में मजबूत आर्थिक स्थिति और वैभव भी देता है। शुक्र का विशेष शुभ फल भी शुक्र की दशाओं में ही विशेष रूप से मिलता है। शुक्र की दशा भी सबको समान परिणाम नहीं देती। जिन लोगों की कुंडली में शुक्र शुभ फलकारक ग्रह होता है उन्हें शुक्र की दशा में अच्छे परिणाम मिलते हैं, लेकिन शुक्र की दशा में भी विशेष रूप से धन-समृद्धि और वैभव की प्राप्ति उन लोगों को होती है जिनकी कुंडली में शुक्र मजबूत और अच्छी स्थिति में होता है।
वृष, मिथुन, कन्या, तुला, मकर और कुम्भ लग्न वाले लोगों की कुंडली में शुक्र शुभ फलकारक ग्रह होने से इनके लिए शुक्र की दशा सकारात्मक परिणाम देने वाली होती है पर कुंडली का कारक ग्रह होने के साथ-साथ शुक्र की स्‍थिति भी अच्छी होनी चाहिए तभी अच्छे रिजल्ट्स मिलते हैं।
किसी भी लग्न कुंडली में अगर शुक्र शुभ भाव, केंद्र, त्रिकोण में है और मजबूत स्थिति में है तो शुक्र की दशा आपको अच्छे परिणाम देगी। विशेष रूप से जिन लोगों की कुंडली में शुक्र माल्वय योग बना रहा हो अर्थात स्व या उच्च राशि में होकर पहले, चौथे, सातवें या दसवें भाव में हो तो ऐसे लोगों की कुंडली में शुक्र की दशा आने पर उनके जीवन में धन-समृद्धि बढ़ती है। सुख-सुविधाएं मिलती है। वैभवपूर्ण जीवन प्राप्त होता है और सभी महत्वकांक्षाएं पूरी होती हैं।
जिन लोगों की कुंडली में दूसरे, पांचवे, नौवे या 11 वें भाव में होकर शुक्र स्व या उच्च राशि में हो ऐसे लोगों को भी शुकी की दशा में धन समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। 12वें भाव में बैठा शुक्र भी राजयोग देता है। इसलिए जिन लोगों की कुंडली में शुक्र 12वें भाव में हो और पाप ग्रहों से पीड़ित ना हो तो ऐसे में भी शुक्र की दशा व्यक्ति को विशेष धन समृद्धि देती है। जिन लोगों की कुंडली में शुक्र और चन्द्रमां का योग केंद्र या त्रिकोण भाव में हो उनके लिए भी शुक्र की दशा जीवन में समृद्धि बढ़ाने वाली होती है।