(www.arya-tv.com)सुखवाड़ा पंचायत का तिक्याें का खेड़ा गांव के लोगों को कोरोना से जितना डर नहीं उससे ज्यादा वैक्सीन लगवाने के बाद बुखार का है। गांव में अफवाह है कि टीका लगवाने से मर भी सकते हैं। इसलिए करीब 300 की आबादी में से सिर्फ एक व्यक्ति ने ही टीका लगवाया।
यह व्यक्ति भी पंचायत सहायक रतनलाल गुर्जर और पटवारी टीना कंवर के समझाने के बाद तैयार हुआ। बाकी लोगों को प्रेरित करने के लिए टीम कई बार गांव पहुंची, लेकिन लोगों का एक ही जवाब था कि गांव के लोग जिस दिन टीका लगाने के लिए तैयार हो जाएंगे, तब हम भी लगवा लेंगे। जबकि इस पंचायत के सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी कोरोना संक्रमित हो गए थे। कोरोना से सरपंच की माता का 11 दिन पहले निधन हो गया था।
पंचायत में 9 गांव, 8 में 95 फीसदी तक 45 प्लस वालों का टीकाकरण
सुखवाड़ा पंचायत में करीब 9 गांव आते हैं। इनमें से तिक्यों का खेड़ा को छोड़कर शेष सभी गांवों में 95 फीसदी तक 45 प्लस वालों का टीकाकरण हो चुका है। 18 प्लस वालों का टीकाकरण अब तक नहीं हो पाया है। स्लॉट बुक कराने में दिक्कत और वैक्सीन नहीं होने से अब तक शुरुआत तक नहीं हो पाई है। सुखवाड़ा और पंचदेवला में अब तक दो बार वैक्सीनेशन शिविर लग चुका है। सरपंच ने अब होड़ा गांव में शिविर लगाने की मांग की है ताकि शत-प्रतिशत टीकाकरण हो सके।
गांव में सर्दी-जुकाम के मरीज, एक ने सैंपल दिया, जो पॉजिटिव निकला
तिक्यों का खेड़ा में टीम घर-घर सर्वे कर रही है। सर्दी-जुकाम के मरीजों को दवा के किट दिए। यहां सैंपल देने से भी लोग कतरा रहे हैं। सिर्फ एक व्यक्ति ने सैंपल दिया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसलिए गांव में अभी सिर्फ एक एक्टिव केस है।
पंचायत सहायक रतनलाल गुर्जर ने बताया कि गांव में टेंपो से लोगों को वैक्सीन लगाने व सैंपल के लिए प्रेरित किया जा रहा है। पटवारी, पंचायत सहायक व अन्य लोगों को समझा रहे हैं। लेकिन लोग सिर्फ यही कहते हैं कि जब पूरा गांव तैयार होगा तब हम भी टीका लगवा लेंगे।
मैं खुद संक्रमित हो गया था। 11 दिन पहले मां की तबीयत खराब होने से जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिनका निधन हो गया। इसलिए अभी तिक्यों का खेड़ा गांव नहीं जा पाया। अब जल्द गांव पहुंचकर लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस गांव के लोगों में टीका लगाने से बुखार का डर है। यहां अफवाह भी है कि टीका लगाने से मर सकते हैं। इसलिए लोग टीका नहीं लगवा रहे हैं। समझाने के बाद एक व्यक्ति टीका लगवाने के लिए तैयार हुआ।