नई दिल्ली। आरबीआई ने निजी क्षेत्र की कंपनी यस बैंक 50 हजार की निकासी की लिमिट लगाई तो हंगामा मच गया है। ग्राहकों में अपने पैसों को लेकर संदेह बन गया है। देश के तमाम शहरों में एटीएम के बाहर पैसे निकालने वालों की कतार लग गई। कई शहरों में अफरातफरी का माहौल है।
शुक्रवार को मुंबई और अहमदाबाद में यस बैंक के ग्राहक काफी परेशान दिखे। इस दौरान पैसे निकालने की हड़बड़ी में कई जगहों पर हालात बेकाबू दिखे, जिसके बाद एटीएम के बाहर पुलिस तैनात की गई है।
इस पूरे मामले को लेकर नेताओं ने प्रतिक्रियाएं दी हैं। आईए जानते हैं किसने क्या कहा है
पी चिदंबरम ने सरकार से सवाल करते हुए पूछा है कि यह सिर्फ शुरुआत है कि अभी और भी बैंक लाइन में हैं?
कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि यस बैंक भी प्राइवेट था उसको भी लोगों ने पैसे जमा किए थे। अब लोगों का विश्वास उठता जा रहा है।
आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि यह अर्थव्यवस्था के खत्म हो जाने का संकेत है। अभी भी गवर्नमेंट एकनॉलेज करके इसका निपटारा नहीं कर पाएगी तो हम उस हाहाकार के लक्षण देखेंगे जिसकी हमने कल्पना भी नहीं की।
गोपाल शेट्टी, सांसद बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस सामान्य लोगों के खिलाफ है।
मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने कहा कि आरबीआई ने साफ कहा है किसी को डरने की जरूरत नहीं है। सभी के पैसे सुरक्षित हैं।
वहीं एआईएमआईएम नेता अससुद्दीन ने कहा कि क्या यह सरकार का तोहफा समझा जाए।