बीबीएयू में आयोजित हुई क्षमता निर्माण और व्यक्तित्व विश्वास कार्यक्रम पर वर्कशॉप

Lucknow

(www.arya-tv.com) शुक्रवार को बीबीएयू के अटल बिहारी सभागार में राष्ट्रीय महिला आयोग के सहयोग से स्नातक और स्नात्तकोत्तर छात्राओं के क्षमता निर्माण और व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम पर आयोजित वर्कशॉप में पहुंची मुख्य अतिथि ग्रामीण विकास मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम ने कहा कि देश बाबा साहेब के मूल मन्त्र शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो से चल रहा है। उन्होने एनसीसी वाइस का उद्घाटन किया। वर्कशॉप कुल तीन सत्रों में हुआ।

बीबीएयू में आयोजित वर्कशॉप उद्घाटन सत्र में उपस्थित लोगो को सम्बोधित करते हुए कैप्टन डॉ. राजश्री ने कार्यक्रम पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने क्षमता निर्माण और व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम के उद्देश्य को साझा किया। कुल तीन सत्रों में वर्कशॉप हुई। पहले सत्र में क्षमता निर्माण विकास, दूसरे में प्रोफेशनल कैरियर, तीसरे सत्र में डिजिटल लिट्रेसी और सोशल मीडिया के प्रभाव पर चर्चा हुई।

कुलपति डॉ. संजय सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग विवि में अधिकतर कार्यक्रमों में हमारा सहयोग करता हैं। उन्होंने विवि के एनआईआरएफ रैंकिंग में 42वीं रैंक आने का जिक्र करते हुए विवि के सभी सदस्यों को बधाई दी। साथ ही उन्होने कहा कि नैक में ऐसा ही प्रदर्शन रहेगा। उन्होंने बिरसा मुंडे के पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम ने बाबा साहेब के पावन मंदिर में सर झुकाकर प्रणाम करते हुए कहा कि विवि ने हमें बुलाया इसके लिए आभारी हूँ।

उन्होंने कहा कि कुछ लोग व्यक्तित्व परिवेश और परिवार से प्राप्त करते हैं। वहीं कुछ लोग महापुरुषों से प्रेरणा लेते हैं। उन्होंने बाबा साहेब का जिक्र करते हुए कहा कि पूरा देश बाबा साहेब के मूल मंत्र शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो से चल रहा हैं। आज बेटे और बेटियां समान रूप से आगे बढ़ रहे हैं। प्रत्येक छात्र और छात्राओं को प्रत्येक स्तर पर सजग रहना होगा। किसी तरह का भटकाव आपको भ्रमित कर देगा।उन्होंने कहा कि आप सभी को अपनी क्षमता और विशेषताओं को जानना होगा। विशेषताओं के माध्यम से आगे बढ़ना होगा। डॉ. अम्बेडकर ने बुद्धि विकास को ही मानव विकास का महत्वपूर्ण हिस्सा माना हैं।

उन्होंने ‘मै अबला नादान नहीं हूँ….. मैं आधुनिक नारी का गान करते हुए छात्राओं में उत्साह भरा। उन्होंने अनुच्छेद 14 का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आज सरकार ने देश और प्रदेश को भ्रष्टाचार और बिचौलिया मुक्त कर दिया हैं। उन्होने कहा कि बीबीएयू का नाम देश में ही नहीं पूरे विश्व में आगे ले जाओ।मेजर विनीता पाठक ने कहा कि क्या हमें मुसीबत आती हैं तो तुरंत क़ानून और सिस्टम आ जाता हैं, तो नहीं न।उस समय आपका शरीर और आत्मविश्वास काम देगा।अंतिम समय तक आपका शरीर ही आपका साथ देगा। इसीलिए शरीर को स्वस्थ्य रखें। एक आदर्श भारत,श्रेष्ठ भारत के परिकल्पना तभी हो सकती हैं, ज़ब स्त्रियों को बराबर भागीदारी हो।

उन्होंने नैतिकता सीखने पर जोर दिया और कहा कि महात्मा गाँधी ने भी स्वयं अनुशासन रहने के समर्थक रहे। मंच का संचालन डॉ. अलका ने किया। प्रथम सत्र, में प्रतिभागीयों ने व्यक्तिगत क्षमता निर्माण के बारे में सीखा। इस सत्र में मुख्य वक्ता कर्नल विनोद जोशी ने सभी को सॉफ्ट स्किल के महत्व के बारे में बताते हुए, व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास पर विस्तृत चर्चा की । सत्र की अध्यक्षता प्रो. सुनीता मिश्रा ने और सह अध्यक्षता प्रो. जया श्रीवास्तव ने की और छात्राओं को समाज में अच्छा करने की प्रेरणा दी। सत्र को डॉ. तरुणा ने को ऑर्डिनेट किया और रिपोर्टियर के रूप में डॉ. के शर्मिला सम्मलित हुई।

द्वितीय सत्र में मुख्य वक्ता सेंचुरियन डिफेंस अकादमी के डायरेक्टर शिशिर दीक्षित ने व्यवसायिक कैरियर कौशल के बारे अपने विचार रखते हुए प्रतिभागियों को प्रभावी बायोडाटा बनाना, इंटरव्यू की दौरान, इंटरव्यू बोर्ड के सामने कैसे प्रभावी उत्तर दे जैसे प्रश्नों का ज्ञान दिया।

इस सत्र में प्रो. प्रीति मिश्रा ने अध्यक्षता और डॉ दीपा राज ने सह अध्यक्षता की। सत्र कोऑर्डिनेटर डॉ. लीना शरद शिंपी रहीं। तृतीय सत्र में मुख्य वक्ता डॉ. अरविन्द चतुर्वेदी ने डिजिटल साक्षरता और सोशल मीडिया के प्रभावी उपयोग पर अपनी बात रखी। और बताया कि छात्राओं को हमेशा सजग हो कर डिजिटल मीडिया का उपयोग करना चाहिए।

इस सत्र में प्रो. सुदर्शन वर्मा ने अध्यक्षता और डॉ. सूफिया अहमद ने सह अध्यक्षता की। सत्र कोऑर्डिनेटर डॉ बबिता पांडे रहीं। रिपोर्टियर डॉ कोमल रही। लेफ्टिनेंट डॉ. मनोज डडवाल, प्रो. एल. सी. मलैया, डॉ. धीरेन्द्र पाण्डेय, डॉ. अमित सिंह, डॉ. राज शरण शाही, डॉ. अजय कुशवाहा, डॉ. राजेश कुमार प्रो. बी. ए.न दूबे, प्रो. संजय कुमार, डॉ. एम. एल. मीना, डॉ. रवि शंकर वर्मा, प्रो. ऐस विक्टर बाबू, विभिन्न महाविद्यालयों की एन सी सी कैडेट्स, छात्र छात्राएं आदि मौजूद रहे।