वर्क और होम बैलेंस करते-करते कहीं हेल्थ से तो नहीं कर रहीं कॉम्प्रोमाइज! इन 10 बातों का रखें ख्याल

Health /Sanitation

(www.arya-tv.com) एक वर्किंग वुमन के लिए घर, बच्चे और वर्क मैनेज करना बहुत मुश्किल हो जाता है। वर्क-होम बैलेंस करते करते कई बार हम खुद को ही नज़रअंदाज़ करने लगते हैं- जो हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बिलकुल अच्छा नहीं है। हम आपको बता रहे हैं ऐसे 10 पॉइंट्स जिनकी मदद से आप जान सकते हैंं क‍ि कहीं आप तो खुद की हेल्थ से कॉम्प्रोमाइज नहीं कर रहीं।

1- खुद के लिए समय निकालें
वर्किंग महिलाओं की आमतौर पर ये शिकायत होती है कि वो खुद के लिए वक्त ही नहीं निकाल पातीं। ऐसे में धीरे-धीरे ये खीज अवसाद में बदल जाती है। इसलिए बहुत जरूरी है कि आप खुद के लिए कम से कम आधा घंटा जरूर निकालें। इस वक्त आप चाहें तो वॉक पर निकल जाएं, चाहें अपनी पसंद का कोई काम करें या भले ही आंख बंद कर बिस्तर पर पड़े रहें क्योंकि ये वक्त आपका है।

2- नाश्ता जरूर करें
पूरे घर और दफ्तर की जिम्मेदारी बखूबी निभाने वाली महिला खुद के प्रति बड़ी लापरवाह होती है। और ऐसे ही वो खुद सुबह बिना कुछ खाए ही ऑफिस के लिए निकल जाती है। ब्रेकफास्ट न करके हम हमारे शरीर के साथ बड़ी ज्यादती करते हैं। इस आदत को सुधार लें।

3- भरपूर नींद लें
कामकाजी महिलाओं की एक और बड़ी समस्या होती है कि वो सारा काम खत्म कर सबसे देरी से सोने जाती हैं और सुबह सबसे पहले उठती हैं। नींद पूरी न होने से दिन भर थकान रहती है, लेकिन इसके लिए घर के लोगों को अनुशासित करना, सही समय पर सोने जाना और छुट्टी के दिन भरपूर नींद लेने के जतन आपको ही करने पड़ेंगे।

4- आत्मग्लानी से बचें
बच्चों को ज्यादा समय न दे पाना, उनके पैरेंट्स-टीचर मीटिंग को मिस करना, किसी फैमिली फंक्शन में न जा पाना जैसे कई मौके आते हैं जब आपको खुद ही या किसी के तानों से इतना बुरा लगने लगता है कि आप आत्मग्लानी में चले जाते हैं और धीरे-धीरे ये अवसाद में बदल जाती है। इस बात को समझें कि कोई भी सब कुछ नहीं कर सकता, परफेक्ट मॉम जैसी अवधारणा ही गलत है और कुछ पाने के लिए कुछ तो खोना ही पड़ता है। आपने अपनी रुच‍ि या परिस्थितियों के चलते काम पर जाना शुरू किया, इस फैसले पर गर्व करें।

5- हर एक दोस्त जरूरी होता है
जिंदगी में दोस्त बहुत जरूरी होते हैं। इसलिए आप भी दोस्तों से कनेक्ट बनाए रखें। किसी छुट्टी के दिन दोस्तों से बात करने, मिलने का एक नियम बना लें। साल में एक बार दोस्तों के साथ भी कहीं घूमने जाने का प्लान करें।

6- फैमिली ट्रिप तरोताजा करेगा
रोज की भागदौड़ से थोड़ा समय हर साल निकालें, अपने परिवार के लिए। एक फैमिली ट्रिप जरूर प्लान करें जहां आप अपने बच्चों के साथ, पति के साथ, परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिता सकें। इससे साल भर उन्हें वक्त न दे पाने की ग्लानी भी दूर होगी और आप तरोताजा महसूस करेंगी।

7- एनुअल हेल्थ चेकअप जरूर करवाएं
साल में एक बार ओवरऑल हेल्थ चेकअप करवाना बहुत जरूरी है। काम की भागदौड़ में हम शरीर के छोटी मोटी दिक्कतों को नजरअंदाज करते चलते हैं जो बाद में बड़ी हेल्थ प्रोब्लम के रूप में सामने आती है।

8- खुद को पैम्पर करें
महिलाओं को बहुत पसंद है कि उन्हें लाड प्यार मिले। अगर न मिल रहा हो तो खुद को ही पैम्पर करें। शॉपिंग पर निकल जाएं, पार्लर में जाकर खुद को जरा निखार लें। किसी दिन छुट्टी लेकर सिर्फ खुद की पसंद के हिसाब से कुछ करें। सजे संवरे। ये आपको एक नई ऊर्जा से भर देगा।

9- आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनें
भले ही ये स्वास्थ्य से जुड़ा मामला न लगता हो, लेकिन अगर आप वर्किंग होकर भी आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर नहीं हैं तो लम्बे समय बाद ये आपको डिप्रेशन में डाल सकता है। इसलिए खुद के लिए भी पैसे बचाएं। इन्वेस्ट करें। ताकि जब आपको या आपके परिवार को जरूरत हो तो आप मदद का हाथ बढ़ा सकें।

10- निगेटिविटी से दूर रहें
घर, दफ्तर, बच्चे, पति, परिवार के लोग, दोस्त, पड़ोसी न जाने कितने लोगों से मिलना हो जाता है। आमतौर पर सबके पास अच्छी-बुरी सब तरह की खबर होती हैं। अ्च्छी बातों को सुनें और बुरी बातों को अनसुना कर दें। वरना निगेटिविटी की शिकार हो जाएंगी। खुद भी खुश रहिए- औरों में भी खुशियां बांटें।