आर्यकुल कालेज में बदलते परिवेश में अध्यापक की भूमिका पर वेबिनार

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  • आर्यकुल कालेज में बदलते परिवेश में अध्यापक की भूमिका पर वेबिनार
  • लविवि की एजुकेशन विभाग की वरिष्ठ प्रो.डॉ.अर्पना गोडबोले ने संबोधित किया
Dr.Arpana Godbole

(www.arya-tv.com)आर्यकुल कालेज ऑफ एजुकेशन में पूर्व की भांति भी इस बार भी सफल वेबिनार का आयोजन हुआ। इस वेबिनार में लविवि की एजुकेशन विभाग की वरिष्ठ प्रो.डॉ.अर्पना गोडबोले ने वेबिनार में प्रतिभाग लेने वाले छात्र—छात्राओं को एक सफल शिक्षक के तौर पर कार्य करने के गुण बताये। वेबिनार के आयोजन पर कालेज के प्रबंध निदेशक सशक्त सिंह ने कहा कि कोरोना संकटकाल में बच्चों को घर से ही शिक्षा के क्षेत्र में निपुण बनाने के लिए लगातार आर्यकुल के विभिन्न विभागों द्वारा वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में डॉ.अर्पना ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान काल कोरोना संक्रमण का कठिन समय है इस समय घबड़ाने के बजाय दिमाग के काम लेने और घर पर रह कर कार्य करके आगे बढ़ने की आदत को बढ़ावा देना होगा जिससे कि छात्र—छात्राओं का भविष्य उज्ज्वल हो सके।

  • प्रो.डॉ.अर्पना गोडबोले ने शिक्षा का महत्व पर जोर दिया

डॉ.अर्पना ने अपने कहा कि कोरोना को देखते हुए ऑनलाइन शिक्षा का महत्व इन तीन महीनों में सबके समझ में आ गया है इसलिए ऑनलाइन शिक्षा के महत्व को ध्यान में रखकर ही शिक्षकों और बच्चों दोनों को इस स्थिति से निपटने के लिए तैयार होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना का कठिन समय बीत गया है लॉकडॉउन के बाद अनलॉक वन का आरम्भ हो गया है। पर अभी परिस्थितियों को देखते हुए स्कूल कालेज खोलने की अनुमति न मिलने से ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने का समय आ गया है। अगर ऐसी स्थित न आती तो शायद हम इसके लिए तैयार भी न होते इसलिए ऑनलाइन शिक्षा के महत्व को समझना बहुत ही जरूरी है।

  • बदलते परिवेश में जागरूकता के साथ अपना पठन पाठन भी जारी रखना

यह शिक्षा का अच्छा माध्यम साबित हुआ है पर पूरा 100 प्रतिशत नहीं इसमें 80 और 20 का प्रतिशत अलग.अलग है। पर इस संकट के घड़ी में बहुत कुछ से थोड़ा बेतहर ही है। इसलिए मेरा मामना है कि बदलते परिवेश में स्थिति को देखते हुए हमें इस परिवेश में जागरूकता के साथ अपना पठन पाठन भी जारी रखना है जिससे कि भविष्य में किसी भी प्रकार की शैक्षिक समस्या का सामना न करना पड़े। ऑनलाइन शिक्षा को ग्रहण करते समय ध्यान से लेक्चर को सुनना चाहिए और हो सके तो कापी में नोट भी करते रहना चाहिए। जिससे कि बाद में उससे पढ़ाई करने में आसानी हो और बार:बार लेक्चर को सुनना न पड़े।

  • वक्त की मांग है कि हम ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा दे

उन्होंने सफल शिक्षक के गुण को बताते हुए कहा कि एक अच्छा शिक्षक वही होता है जो बच्चों को पढ़ाने से पहले अपनी पूरी तैयारी के साथ उनको शिक्षा देता है क्योंकि विषय के ज्ञान के साथ ही सामाजिक ज्ञान की बहुत ही आवश्यकता होती है। एक शिक्षक के तौर पर हमारी जिम्मेदारी एक अभिभावक के तौर पर बढ़ जाती है क्योंकि बच्चों के दिमाग को समझकर ही पढ़ाना होता है। उन्होंने ऑनलाइन शिक्षा के बढ़ते स्तर पर हर्ष जाहिर करते हुए कहा कि अभी वक्त की मांग है कि हम ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा दे और हो सके तो सरकारी नियमों के साथ ही चलना सीखें जिससे हम सब कोरोना के प्रकोप से बच सके और शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ सके।